सीपीआई के जुझारू प्रवृत्ति के अंतिम कड़ी के नेता का देहावसान पर मनाया शोक सभा
डॉ आर लाल गुप्ता लखीसराय
खगड़िया जिले के चौथम विधान सभा के पूर्व विधायक सत्यदेव प्रसाद सिंह का कोरोना से महज 70 साल के उम्र में असामयिक निधन होने से सीपीआई सदस्यों में मातम का माहौल छा गया वही उनके दिवंगत आत्मा के शांति के लिए 2:00 बजे दिन में पार्टी के निर्णय के अनुसार शोक सभा आयोजित की गई। सीपीआई के राज कमेटी के सदस्य प्रमोद शर्मा ने उक्त आशय की जानकारी देते हुए बताया कि कॉमरेड सत्यदेव प्रसाद सिंह के निधन से सीपीआई के जुझारू प्रवृत्ति के अंतिम कड़ी का निधन माना जा रहा है। जिसके लिए राज्य भर में सीपीआई कार्यकर्ता शोक सभा मना रहे हैं।उन्होंने बताया कि सत्यदेव प्रसाद सिंह कोशी कॉलेज में राजनीति शास्त्र के व्याख्याता के रूप में कार्यरत रहे थे जिन्होंने सीपीआई के सिद्धांतों को मानते हुए सीपीआई के नक्शे कदम पर वर्ष 1970 से ही सदस्य के रूप में अपनी भागीदारी निभाते हुए 1985से1985ईतक चौथम विधानसभा से विधायक के रुप में उन परिस्थितियों में जीत हासिल किया जिनमें उनके जाती यानी भूमिहार की संख्या पूरे विधानसभा में मात्र 800 वोटरों की थी इससे उनकी लोकप्रियता की झलक साफ-साफ दृष्टिगत होती है।
दूसरी तरफ श्री किशन पंचायत के पैक्स अध्यक्ष सज्जन सिंह इस बाबत जानकारी देते हुए बताया कि स्वर्गीय सत्यदेव प्रसाद सिंह के आसामयिक मृत्यु पर कजरा के रामतली गंज स्थित सीपीआई के जिला सहायक मंत्री हर्षित यादव के आवास पर कुल 50 से 60 कार्यकर्ताओं के बीच में स्वर्गीय सिंह के दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने हेतु 2 मिनट का मौन रखकर उनके तैल चित्र पर दीप प्रज्वलित करते हुए पुष्पांजलि की गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार सत्यदेव प्रसाद सिंह का तबीयत उनके घर कैथी पर होने के बाद परिजनों द्वारा खगड़िया इलाज के लिए लाया गया जहां जांचोपरांत चिकित्सकों ने कोरोना पॉजिटिव होने की बात बताते हुए पटना रेफर किया गया वही उन्हें मुख्यमंत्री के पहल पर पटना के एम्स में दाखिल किया गया। जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।