सुन्दर नदी में उमड़ी व्रतियों की भीड
पथरगामा से शशी भगत की रिपोर्ट
भाद्रपद मास के सिंह नक्षत्र के प्रथम रविवार को रविवार व्रत के लिए स्नान ध्यान पूजा अर्चना करने हेतु स्थानीय के अलावे दूरदराज से आई व्रती महिलाओं से सुंदर नदी पट गया।स्नान के उपरांत पान व्रतियों ने बताया कि आज के दिन सूर्य देव की पूजा आराधना करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।बताया कि अनेकों महिलाएं आज के दिन उपवास कर फलाहार पर रहती है।स्नान के उपरांत नदी घाट पर ही व्रती महिलाएं अपने सामर्थ्य के अनुसार दूध और चावल से खीर बनाती है और उसका ही भोग सूर्य देव को लगाया जाता है तथा जो महिलाएं उपवास नहीं करती है वह नदी से लौटकर घर पर पकवान बनाकर सपरिवार एक साथ खातीं हैं।लोगों की ऐसी मान्यता है कि सुंदर नदी आगे जाकर गंगा से मिलती है इसीलिए सुंदर नदी को छोटी गंगा भी कहा जाता है।इसके इसी महत्ता के चलते दूसरे जिले से भी महिलाएं आकर यहां व्रत करती है।स्नान ध्यान पूजा पाठ का कार्यक्रम पूरा दिन चलते रहता है।मालूम हो कि प्रत्येक वर्ष भाद्रपद मास के सिंह नक्षत्र का पहला रविवार को यह पर्व मनाया जाता है।