स्कूली बच्चों और ग्रामीणों ने मनाया अंतर्राष्ट्रीय हाथ धुलाई दिवस

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बासुकीनाथ से प्रियव्रत झा की रिपोर्ट  

दुमका जिला के जरमुंडी प्रखंड के  आदिवासी बहुल गांव  डुमरथर मे अंतर्राष्ट्रीय हाथ धुलाई दिवस के मौके पर हाथ धुलाई कार्यक्रम ,चित्रांकन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया स इस कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र.छात्राओं, शिक्षकों  , ग्रामीणों और अभिभावकों ने  भाग लिया । मौके पर डुमरथर विद्यालय के प्रधानाध्यापक डॉ सपन कुमार ने   कहा की  कोरोना काल में बचाव का सबसे कारगर उपाय  बार.बार  हाथ धोना है  तथा हाथ धोने  के तरीके को  सभी को जानना आवश्यक है ।  कहा कि सही तरीके से हाथ धोने से  हम कई बीमारियों से दूर रह सकते हैं  । उन्होंने कहा कि हाथ धोने से डायरिया ,दस्त ,पीलिया  जैसी बीमारी नहीं होती है ।हाथों में अनदेखी गंदगी होती है जो किसी भी वस्तु को छूने उसका उपयोग करने एवं कई तरह के कार्यों के कारण होती है ।यह गंदगी बगैर हाथ धोएं खाद्य एवं पेय पदार्थों के सेवन से हमारे शरीर में पहुंचता है जिससे बीमारियां जन्म लेती है ।इस मौके पर गांव के पवन लाल मुर्मू ने कहा कि कोरोना के कारण ही  विद्यालय में लॉकडाउन है जिस कारण  गांव के दीवारों में ही ब्लैकबोर्ड बना कर पढ़ाई की जा रही है  जहाॅ विद्यालय के बच्चे गांव में ही पढ़ाई कर रहे हैं और हमारे साथ हाथ धुलाई कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं । डुमरथर गांव में हाथ धुलाई दिवस पर ढाई साल के  मंजीत मुर्मू ने  अपने माता-पिता के साथ उपस्थित होकर हाथ धुलाई में शामिल होकर सबों का उत्साह बढ़ाया । गांव के प्रधान, मांझी हडाम ,ग्रामीणों और  शिक्षकों ने कार्यक्रम को सफल करने के लिए व्यापक रूप से तैयारी कर रखी थी ।इस मौके पर गांव की गलियों की भी साफ सफाई की गई वही ब्लैक बोर्ड मैं पढ़ाई करने वाले सभी छात्र छात्राओं ने हाथ धुलाई दिवस के मौके पर ब्लैक बोर्ड में ही चित्रकारी कर हाथ धुलाई के संदेश को ग्रामीण क्षेत्रों में प्रसारित किया ।इस मौके पर चित्रांकन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

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