18+ युवाओं को भी वैक्सीन चुनने का अधिकार मिले
मनीष रंजन की रिपोर्ट
कोरोना संक्रमण से बचने में कोविशिल्ड वैक्सीन एवं कोवैक्सीन वैक्सीन ने अहम भूमिका निभाई है। दुनिया सहित भारत में भी वैक्सीन लगे लोगों में कोरोना संक्रमण ने मारक रूप नहीं लिया है। ऐसे में देश में वैक्सीनेशन के प्रति लोगों का रुझान पहले से ज्यादा हुआ है। विशेष कर 18+ युवाओं के बीच इसे प्राथमिकता के तौर पर लिया जा रहा है। झारखंड में भी 14-05-2021 से मुफ्त में देने की शुरुआत की जा रही है। केंद्र सरकार की गलत नीतियों की वजह से देश में वैक्सीन की कमी हो गयी है। अब जब देश के युवाओं में वैक्सीन लेने की होड़ लग रही है तो सरकार अपने हाथ खड़े कर रही है। हालांकि देश में उपलब्ध दोनों वैक्सीन कारगर हैं और लोगों को अपनी मर्जी से लेने का अधिकार है फिर भी एक परिवार के लोगों को एक तरह की वैक्सीन लगे तो बेहतर होता। यह कहना है धनबाद के सामाजिक कार्यकर्ता एवं केन्द्रीय उपाध्यक्ष मानव अधिकार अपराध एवं भ्रष्टाचार विरोधी संगठन के कुमार मधुरेन्द सिंह का। उन्होंने कहा कि जब 45+ के लोगों को वैक्सीन चुनने का अधिकार था तो यह अधिकार 18+ वालों को भी दी जानी चाहिये थी। कल से शुरू होने वाले टीका करण के निबंधन करने वालों को धनबाद जिले में दो जगह ही कोविशिल्ड दी जा रही है और बाकी सभी जगह कोवैक्सीन दी जायेगी। अधिकांश परिवारों को कोविशिल्ड लगायी गयी है ऐसे में उनके बच्चों को कोवैक्सीन लगाने से लोगों को थोड़ी मानसिक रूप से परेशान देखा जा रहा है। कुमार मधुरेन्द सिंह ने राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन से लोगों को वैक्सीन चुनने का अधिकार देने की अपील की है। साथ ही साथ वैक्सीनेशन की गति बढाने की मांग की है ताकि जल्द से जल्द धनबाद अपने ज्यादातर लोगों को वैक्सीन देकर कोरोना के दूसरे चरण को नियंत्रित रख कर सुरक्षित महसूस कर सके।