Month: January 2021

रोजगार सेवकों का लिया जाएगा दक्षता परीक्षा. उप विकास आयुक्त

गोडडा कार्यालय पथरगामा प्रखंड के सभागार में आज उप विकास आयुक्त अंजली यादव की अध्यक्षता में प्रखंड के सभी पंचायत...

सड़क सुरक्षा माह को देखते हुए जिले के कई पेट्रोल पंपों में ‘नो हेलमेट नो फ्यूल’ की चेतावनी बोर्ड

धनबाद : सड़क सुरक्षा माह को देखते हुए जिले के कई पेट्रोल पंपों में 'नो हेलमेट नो फ्यूल' की चेतावनी...

लीवर की गंभीर बीमारी से पीड़ित पत्रकार के इलाज हेतु मुख्यमंत्री को ट्वीट कर मदद की अपील

मनीष रंजन की रिपोर्ट धनबाद से निकलने वाले हिंदी दैनिक समाचार पत्र आवाज के पत्रकार श्री नीरज कुमार लीवर की...

नक्सलियों के मांद में घुस शराब तस्कर को किया गिरफतार

नक्सलियों के मांद में घुस शराब तस्कर को किया गिरफतारडा आर लाल गुप्ता लखीसरायकहते हैं हिम्मत और जज्बा अथवा कर्त्तव्य...

पारा शिक्षकों ने मांग को लेकर विधायक प्रदीप यादव का किया घेराव

गोडडा कार्यालय पारा शिक्षक संघ पोड़ैयाहाट द्वारा आज स्थायीकरण एवं वेतनमान संबंधी मुद्दों को लेकर स्थानीय विधायक प्रदीप यादव के...

नौजवान कमिटी,पुराना बाजार के सदस्यों ने सर्वधर्म सामुहिक विवाह कार्यक्रम में अहम् भूमिका निभाई

मनीष रंजन की रिपोर्ट धनबाद में पिछले सात सालों से धनबाद के समाजसेवी श्री प्रदीप सिंह जी के द्वारा गरीब...

रेलवे के आधुनिकीकारण के लिए पिछले कुछ वर्षों में अभूतपूर्व कार्य किए गए: प्रधानमंत्री

रेलवे के आधुनिकीकारण के लिए पिछले कुछ वर्षों में अभूतपूर्व कार्य किए गए: प्रधानमंत्रीPosted Date:- Jan 17, 2021 प्रधानमंत्री श्री...

प्रधानमंत्री, श्री नरेन्‍द्र मोदी कहा है कि देश के जिन क्षेत्रों से सम्‍पर्क स्‍थापित नहीं हो सका है और जो पीछे छूट गए थे, उन्हें रेलवे के माध्यम से जोड़ा जा रहा है

https://www.youtube.com/embed/icb1GAkjoKE प्रधानमंत्री, श्री नरेन्‍द्र मोदी कहा है कि देश के जिन क्षेत्रों से सम्‍पर्क स्‍थापित नहीं हो सका है और जो...

प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी ने जोर देकर कहा है कि गुजरात में केवडिया अब किसी सदूरवर्ती इलाके में केवल एक छोटा सा ब्लॉक नहीं रह गया है, यह दुनिया के सबसे बड़े पर्यटन स्थल के रूप में सामने आया है

https://www.youtube.com/embed/ThaKUWY03xs प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी ने जोर देकर कहा है कि गुजरात में केवडिया अब किसी सदूरवर्ती इलाके में केवल एक...

स्टेच्यू ऑफ यूनिटी को निर्बाध रेल कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान करने वाली आठ ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने के अवसर पर प्रधानमंत्री के सम्‍बोधन का मूल पाठ

Posted Date:- Jan 17, 2021 नमस्कार। एक भारत-श्रेष्ठ भारत की बहुत सुंदर तस्वीर आज यहां दिख रही है। आज इस...

प्रधानमंत्री ने स्टेच्यू ऑफ यूनिटी को जोड़ने वाली 8 रेलगाड़ियों को झंडी दिखाकर रवाना किया

गुजरात में रेलवे क्षेत्र से जुड़ी कई अन्य परियोजनाओं का भी उद्घाटन कियाएमजीआर को उनकी जयंती पर श्रद्धा सुमन अर्पित...

पर्यटन मंत्रालय ने “ट्रेन द्वारा बौद्ध सर्किट की यात्रा” विषय पर देखो अपना देश वेबिनार का आयोजन किया

वेबिनार बेहद आकर्षक तरीके से बौद्ध सर्किट टूरिस्ट ट्रेन के ज़रिये भारत के प्रमुख बौद्ध स्थलों की व्यापक यात्रा का...

डीएसटी के वैज्ञानिकों को मछली के झुंडों, पक्षियों के समूहों, जीवाणु संबंधी समूहों जैसे स्व-चालित अस्थिरताओं के असंगत व्यवहार का सुराग मिला

यह जानकारी छोटे पैमाने पर ऊर्जा सक्षम जैव-उपकरणों के निर्माण तथा अंगों में फैलने वाले संक्रमण, एंटीबायोटिक प्रतिरोध इत्यादि की...

इनस्पायर के वैज्ञानिक गर्म मौसम में भी अच्छी पैदावार दे सकने वाली गेहूं की किस्म विकसित करने की तैयारी में

हमें जल्दी ही गेहूं की ऐसी किस मिल जाएगी जिस की पैदावार गर्म मौसम से प्रभावित नहीं होगी। दुनिया की एक तिहाई आबादी की भोजन की जरूरतों को पूरा करने वाले अनाज, गेहूं की पैदावार और गुणवत्ता गर्म मौसम के कारण बुरी तरह से प्रभावित होती है।              इस चुनौती से निपटने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के एक वैज्ञानिक डॉ. विजय गहलोत गेहूं की ऐसी किस्म विकसित करने में जुटे हैं जो गर्म मौसम में भी अच्छी पैदावार दे सके। इसके लिए वह अनुवांशिक रूप से संवर्धित गेहूं की ऐसी किस्म  की संभावनाएं तलाश रहे हैं जो गर्म मौसम को सह सके लेकिन उसके डीएनए क्रम में कोई मूल बदलाव ना हो।       पालमपुर स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन बायो रिसोर्सेज टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिक डॉ. विजय गर्मी सह सकने वाली गेहूं की किस्म में दाने आने के विभिन्न चरणों के दौरान डीएनए मिथाइलेशन की भूमिका का अध्ययन करेंगे। मिथाईलेशन प्रक्रिया एक जैविक प्रक्रिया है जिसमें मिथाइल समूहों को डीएनए के अणुओं के साथ जोड़ा जाता है।  उन्होंने इसके लिए एपीजेनामिक मैपिंग प्रकिया अपनाने का प्रस्ताव किया है। यह प्राकृतिक रूप से होने वाले एपीजेनेटिक बदलाव को पहचानने में मदद करेगी।       एपीजेनामिक जनरल में हाल में प्रकाशित उनके एक अध्ययन में यह बताया गया है कि किस तरह से गर्म मौसम में गेहूं के सी5 एमटेस जीन में बदलाव देखने को मिलता है।      मिथाइलेशन प्रक्रिया के जरिए गेहूं के एक समान जीनों को परिवर्तित रूप में इस्तेमाल करने के उनके अध्ययन से गेहूं की ऐसी किस्म विकसित करने में मदद मिलेगी जो गर्म जलवायु में भी अच्छी पैदावार दे सकेगी। अधिक जानकारी के लिए डॉ . विजय गहलोत से उनके ई मेल पते ([email protected]) पर संपर्क करें।

भारत ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की, पहली बार सक्रिय मामले कुल मामलों के 2 प्रतिशत से नीचे पहुँचे

पिछले 23 दिनों से दैनिक मृत्यु के मामले 300 से नीचेभारत में पिछले 10 दिनों से नए दैनिक मामलों की...

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