32 लाख के तालाब का जीर्णोद्धार अमृत सरोवर चढा भ्रष्टाचार की भेंट

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चंदन पाल की रिपोर्ट
किसानों को वर्ष भर सिंचाई की सुविधा उपलब्ध करायी जा सके इसके लिए सरकारी योजनाओं के द्वारा विभिन्न तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है पर धरातल पर उम्मीदों के मुताबिक कार्य को अंजाम नहीं दिया जा रहा है।
निरसा प्रखंड के सिजुआ पंचायत के आदर्श ग्राम सिजुआ में जल संसाधन (लघु सिंचाई) विभाग द्वारा मध्यम सिंचाई योजना के तहत बड़ा तालाब का जीर्णोद्धार 5विगत 2 महीने पूर्व पूर्ण हुआ है । तालाब के जीर्णोद्धार के लिए ₹ 3230092 लाख की राशि प्राक्कलित है तथा योजना का नाम दिया गया अमृत सरोवर लेकिन ठेकेदार व जेई की मिली भगत से तालाब जीर्णोद्धार कार्य में अमृत नही वल्कि बिष घोला गया और जीर्णोद्धार कार्य भरस्टाचार की भेंट चढ़ गया है।
पूर्ण होने के दो महीने में ही तालाब के मेढ़ व पाइप छतिग्रस्त हो गया है और तालाब की गहराई वो शून्य
तालाब के मेढ़ में घास के चेपी व पत्थर लगना था वो ठेकेदार व इंजीनियर के मिलीभगत से बस कागज कलम में रह गया व गड्ढा करने के बजाए मेड़ पर ही मिट्टी जमा कर दिया गया ताकि इसी जगह से मापी कर सरकारी राशि का बंदरबांट कर लिया जाए।
बता दे सिजुआ बड़ा तालाब कुल 8 एकड़ में फैला था जिसको इंजीनियर व ठेकेदार महोदय ने छः एकड़ में ही बना दिया ।
इस योजना का शिलान्यास सासंद पी एन सिंह व विधायक अपर्णा सेन गुप्ता ने 22 फरवरी 2022 को किया था।
ग्रामीणों के शिकायत पर पहुँची जिप सदस्य पिंकी मराण्डी ने जीर्णोद्धार तालाब का निरीक्षण किया व योजना में कई खामियां होने की बात की साथ ही इसकी शिकायत उपायुक्त महोदय व मुख्यमंत्री से भी करने की बात कही ।
वही दूसरी ओर निरसा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता ने बड़ा तालाब के जीर्णोद्धार में बरती गई अनियमितता के विषय में कहा कि इसकी शिकायत पहले भी जिला के वरीय अधिकारियों से की जा चुकी है एक बार पुनः उपायुक्त महोदय से शिकायत करेंगी साथ ही विद्यानसभा में भी इस मुद्दे को उठाएंगी।

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