कोयला खान भविष्य निधि संगठन, धनबाद द्वारा सिम्पलिफाइड डेटा इंटरफेस सिस्टम, सुनिधि का उद्घाटन
कोयला खान भविष्य निधि संगठन, धनबाद द्वारा सिम्पलिफाइड डेटा इंटरफेस सिस्टम, सुनिधि का उद्घाटन
धनबाद,
दिनांक 02/10/2020, 11.30 बजे अपराह्न
कोयला खान भविष्य निधि संगठन कोयला मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन एक सांविधिक संगठन है जिसकी स्थापना संसद के एक अधिनियम द्वारा वर्ष 1948 में कोयला कर्मियों के भविष्य निधि, पेंशन, व भविष्य निधि जमा संबद्ध बीमा योजनाओं के प्रशाशन हेतु की गयी थी | इन योजनाओं को सचिव, कोयला मंत्रालय, भारत सरकार की अध्यक्षता में एक न्यासी परिषद के द्वारा जिसमें कुल 23 सदस्य होते हैं व जिसमें केंद्र सरकार, राज्य सरकार व कोयला कर्मियों के प्रतिनिधि होते हैं, प्रशाशित किया जाता है |
प्रधानमंत्री महोदय के डिजिटल इंडिया कैंपेन के आह्वान पर सीएमपीएफओ द्वारा महात्मा गांधी की 151वीं जयंती के पावन अवसर पर –सुपीरिअर न्यू जेनरेसन इनफॉर्मेसन एंड डेटा हैंडलिंग इनिसिएटिव- “सुनिधि” का उद्घाटन किया गया | सुनिधि मॉड्यूल का उद्घाटन सचिव, कोयला मंत्रालय, भारत सरकार, श्री अनिल कुमार जैन, अध्यक्ष, सीआइएल, श्री प्रमोद कुमार अग्रवाल, संयुक्त सचिव, कोयला मंत्रालय श्री बी.पी.पति, सीएमडी, बीसीसीएल, श्री गोपाल सिंह व न्यासी परिषद के सदस्य श्री रामावतार अल्गॉवकर के साथ-साथ पूरे भारत में उपस्थित सभी क्षेत्रीय कार्यालयों के अधिकारी एवं कर्मचारियों की वर्चुअल उपस्थिति में सीएमपीएफ मुख्यालय, धनबाद में बीसीसीएल के तीन सेवानिवृत्त कर्मचारियों के द्वारा किया गया | इसके अतिरिक्त सीएमपीएफ आयुक्त, श्री अनिमेष भारती, ईसीएल व बीसीसीएल के निदेशक कार्मिक श्री विनय रंजन एवं श्री एम. राव तथा सीएमपीएफ के अन्य अधिकारी तथा कर्मचारी इस उद्घाटन कार्यक्रम में उपस्थित थे |
सीएमपीएफओ के पीएफ एवं पेंशन संबंधी सभी क्रियाकलापों को डिजिटाइज करने व मजबूती प्रदान करने हेतु सुनिधि एक महत्वाकॉक्षी परियोजना है | यह सॉफ्ट्वेयर सिस्टम अपने डेटा सेंटर हैदराबाद व आपातकाल प्रबंधन सेंटर के तालमेल से चलाया जा रहा है | संगठन के सभी 23 क्षेत्रीय कार्यालय डेटा सेंटर से रेलटेल के एमपीएलएस-वीपीएन लैन के माध्यम से व बैकअप लाइन बीएसएनएल से जोडे गये हैं | यह सिस्टम आज दिनॉक 2 अक्तूबर, 2020 से पूर्ण रूप से क्रियान्वित कर दिया गया है |
इस अवसर पर न्यासी परिषद के अध्यक्ष-सह-सचिव, कोयला मंत्रालय, भारत सरकार ने वर्चुअल माध्यम से सभी को संबोधित किया एवं आयुक्त तथा उनकी टीम को ईआरपी प्लेट्फॉर्म के उद्घाटन पर बधाई दी | आगे उन्होनें पीएफ व पेंशन संबंधी जानकारी प्रदान करने हेतु सूचना किऑस्क बनाने का सुझाव दिया जिसमें विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं के माध्यम से सूचना दी जा सके | आगे उन्होनें यह भी कहा कि सीएमपीएफओ को कोयला कर्मियों के लिये निरंतर प्रयास करते रहने की आवश्यकता है | सीआइएल अध्यक्ष श्री प्रमोद अग्रवाल ने ऑनलाइन माध्यम से अपने संबोधन में ईआरपी प्लेट्फॉर्म को और अधिक सहज बनाने तथा पीएफ व पेंशन संबंधी डेटा के सहज आदान-प्रदान हेतु इसके सीआइएल व एससीसीएल से एकीकरण का सुझाव दिया जिससे पीएफ एवं पेंशन संबंधी डाटा की जानकारी सुगमता से आदान-प्रदान किया जा सके।
आयुक्त द्वारा इस सॉफ्ट्वेयर के महत्वपूर्ण खूबियों पर प्रकाश डाला गया | यह सॉफ्ट्वेयर सुरक्षित व नियंत्रित महौल में चलाया जाता है जिसमें कई स्तर पर अभिप्रमाणण की आवश्यकता होती है; डाटा के एकीकरण हेतु डाटा के जॉच की मजबूत प्रणाली जिससे तेज परिणाम प्राप्त होते हैं तथा वास्तविक समय में जानकारी प्राप्त होती है व जिससे कि भूल की संभावना कम होती है; परिवर्तन की प्रक्रिया को रिकॉर्ड करने तथा लेखापरीक्षा का अनुपालन करने की इन-बिल्ट सुविधा समस्याओं को उठाने एवं इसके समाधान की व पूर्ण रिपोर्टिंग की इन-बिल्ट सुबिधा;तीसरे पक्ष के सिस्टम, मोबाइल उपकरण व एप से इंटरफेस की सुविधा उपलब्ध है | आयुक्त ने यह भी सूचित किया कि इस सिस्टम के सेवा विंदुओं को और अधिक मजबूत करने हेतु विमर्श एवं निश्चित योजना तैयार की जा रही है जिसमें “आत्मनिर्भर सुविधायें” तथा सभी शेयरधारकों की सहभागिता हेतु टूल्स तैयार किये जा रहे हैं |
समारोह का समापन तीन सेवानिवृत्त कर्मचारियों को, जिनका पीएफ व पेंशन इसी समारोह के दौरान निष्पादित किया गया, स्मृति चिन्ह प्रदान करने के साथ संपन्न हुआ |