43 वीं प्रदूषण नियंत्रण पर्षद की बैठक में कई निर्णय लिए गये

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मनीष रंजन की रिपोर्ट

धनबाद जो देश की कोयला राजधानी के रूप में मशहूर है। कोयला राजधानी होने के नाते कोलियरी क्षेत्र में प्रदूषण का लेवल ज्यादा होना लाजिमी है पर सरकार के द्वारा प्रदूषण को कम करने के लिए तय मानकों को लागू करने से प्रदूषण को कम कर खनन कार्य किया जा रहा है। इसी सिलसिले में कल एक बैठक आहुत की गई जिसमें धनबाद से प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य श्री राजीव शर्मा ने हिस्सा लिया। श्री राजीव शर्मा ने बताया कि कल दिनांक 03/12/2020 को झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद की 43 वीं एवं 2017- 2020 के कार्यकाल की अंतिम बैठक श्री पी० के० वर्मा जी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक का संचालन सदस्य सचिव श्री राजीव लोचन बक्शी जी ने किया। बैठक में विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों के अतिरिक्त रांची से श्री रंजीत टिबड़ेवाल जी उपस्थित थे। इस बैठक में श्री राजीव शर्मा जी ने अपने तरफ से कई प्रश्न किये जो निम्न रूप से थे

1) खनन के क्षेत्र में खनन कंपनियों द्वारा AQMS लगाने की समय सीमा अगस्त 2020 में ही समाप्त हो चुकी है। इस पर खनन कंपनियों पर जुर्माना लगाने पर सहमति बोर्ड द्वारा प्रदान की गई।
2) धनबाद नगर निगम एवं अन्य सभी निकाय में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, ETP, वेस्ट डंपिंग एरिया को जल्द से स्थापना हेतु निर्देशित किया जाएगा। इसके लिए जल्द से जल्द EC ( ENVIRONMENT CLEARENCE) के लिए निर्देशित किये जाने पर सहमति बनी।
3) प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के सेवानिवृत्त पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए पेंशन के प्रस्ताव पर सहमति बनी कि पड़ोसी राज्यों के आधार पर अगली बोर्ड बैठक में विचार हेतु विषय रखा जाएगा।
4) उद्योगों में पेट कोक के इस्तेमाल पर राज्य सरकार द्वारा कमिटी का गठन किया जा चुका है, इसके निर्णय के आघार पर अद्यतन कारवाई की जाएगी।
श्री राजीव शर्मा जी ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियां भी बतायी जिसकी विस्तार से उन्होंने चर्चा की कि इसके पूर्व भारत कोकिंग कोल् लिमिटेड के विभिन खुली खदान ( Open Cast Mining) बगैर CTE/CTO के चल रही थी। अब सभी खदानों ने CTE और CTO ले लिया है। इसके तहत प्रदूषण नियमों का पालन नहीं करने पर जुर्माना भी वसूला गया। MSME उद्योगों के लिए CTO ऑटो रिन्यूअल की प्रक्रिया शुरू की गई । CTO की तिथि खत्म होने के बाद ऑटो CTO जेनेरेट होने लगा। प्रदूषणरहित MSME को CTE और CTO को स्थानीय स्तर पर पर ही निर्गत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि धनबाद एवं अन्य क्षेत्रों में प्रदूषण बोर्ड के अपने कार्यालय को पारित किया गया , जिसमें धनबाद स्थित हाउसिंग कॉलोनी में झारखण्ड आवास बोर्ड की छह फ्लैटों की बिल्डिंग को खरीदने का निर्णय हो गया, खरीद प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
साथ ही साथ प्रदूषण मानकों का पालन करने वाले उद्योगों को स्टार रेटिंग प्रोग्राम जिसे शिकागो यूनिवर्सिटी के साथ संयुक्त रूप से किया जा रहा है।
उन्होने कहा कि 23 (B-TECH, M-TECH एवं पर्यावरण के जानकार )युवाओं को प्रदूषण नियंत्रण पर्षद में रोजगार उपलब्ध कराया गया।
धनबाद, रांची एवं जमशेदपुर में बोर्ड भी CAAQMS (CONTINOUS AIR AMBIENT QUALITY MONITORING STATIONS) लगाया जाएगा।

उन्होंने यह भी कहा कि 2017-20 कार्यकाल में बोर्ड के कार्यशैली में बेहतरी के अनेकों प्रयास किये गए जिसमें ऑनलाइन के माध्यम से सम्पूर्ण प्रक्रिया से सभी कार्य , यहां तक कि सालाना रिपोर्टिंग भी रैंडम तरीके से ऑनलाइन किया गया।

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