फायरिंग जोन होने की वज़ह से सीबीएसई से परीक्षा केन्द्र नहीं बनाने की मांग
मनीष रंजन की रिपोर्ट
किसी भी बड़े स्कुल के खोलने के लिए सरकारी दिशा निर्देश होते हैं। कुछ अहर्ताओं के पूरा करने के बाद ही विधालय को मान्यता दी जाती है। पर शायद धनबाद पब्लिक स्कूल, के जी आश्रम वाले स्कूल को मान्यता देने में कुछ नियमों को दरकिनार कर दिया गया था। यह स्कूल धनबाद पुलिस प्रशासन के फायरिंग जोन के बगल में है। ऐसे में राष्ट्रीय स्तर की स्कूली परीक्षा के लिए केंद्र होने से बच्चों की मानसिकता पर असर होता है। पिछले वर्ष धनबाद के सामाजिक कार्यकर्ता एवं केन्द्रीय उपाध्यक्ष मानव अधिकार अपराध एवं भ्रष्टाचार विरोधी संगठन एवं उपाध्यक्ष झारखंड अभिभावक महासंघ के उपाध्यक्ष कुमार मधुरेन्द सिंह ने धनबाद उपायुक्त के संज्ञान में दिया था जिसपर तत्कालीन उपायुक्त श्री अमित कुमार ने फायरिंग के समय में बदलाव किया था।
आज इसी सिलसिले में फिर एक बार कुमार मधुरेन्द सिंह ने सीबीएसई के सचिव को पत्र लिखकर ईमेल किया है जिसमें उन्होंने 2021 में होने वाली दसवीं एवं बारहवीं की परीक्षा के लिए धनबाद पब्लिक स्कूल, मेन ब्रांच को सेंटर नहीं बनाने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि परीक्षा देते वक्त बच्चों में एक सामान्य भय बना रहता है,ऐसे में फायरिंग जोन होने की वजह से अतिरिक्त मानसिक तनाव हो सकता है।
उन्होंने इसकी प्रति प्रधान सचिव, शिक्षा विभाग झारखंड,उपायुक्त,धनबाद , जिला शिक्षा पदाधिकारी, धनबाद, जिला शिक्षा सुपरिंटेंडेंट एवं परीक्षा नियंत्रक,सीबीएसई बोर्ड को भी दी है।