नक्सलियों ने पर्चा फेंक कर पुलिस से बदला का किया ऐलान
नक्सलियों के द्वारा फेंके गये पर्चे से क्षेत्र में दहशत
डा आर लाल गुप्ता लखीसराय
नक्सलियों के द्वारा फेंके गये पर्चे से चानन व किउल क्षेत्र में दहशत का माहौल देखा जा रहा है। मालूम हो कि
किऊल थाना के स्थापना के बाद पहली बार थाना क्षेत्र के किऊल-बननूबगीचा मुख्य सड़क के बीच सड़क किनारे बने पुलिया के दिवार पर नक्सलियों ने पर्चा साटकर व फेंक कर अपनी उपस्थिति दर्ज कर स्थानीय पुलिस को खुली चुनौती दिया है, साथ ही किऊल थाना पुलिस के रात्रि गश्ति पर सवालिया निशान लगा दिया है। नक्सली पर्चा सादे कागज पर लाल रंग से लिखा “बदला लो भाई बदला लो, गोबरदाहा जंगल में पुलिस द्वारा हत्या की गई, अमर शहीद का. मंसू कोडा का बदला लो” “अमर शहीद मंसू कोडा का हत्या का राजनितिक बदला लो” “आम जनता से आह्वान है कृपया अपने परिवार-सदस्य को एसपीओ का काम करने से रोकें” निवेदक भाकपा माओवादी लिखा था। नक्सलियों ने लगभग दो दर्जन से अधिक पर्चे फेंके गए। फेंके गए सभी नक्सली पर्चे को पुलिस ने जब्त कर लिया है। जंगली व पहाड़ी क्षेत्रों से दूर शहरी क्षेत्र से सटे क्षेत्रों में पहली बार नक्सलियों ने पर्चा साटकर व फेंक कर अपनी उपस्थिति दर्ज की है। साथ पर्चा फेंके गए स्थानो से किऊल थाना महज आधा किलोमीटर व रेल थाना किऊल से सटे हुए है। नक्सलियों ने पुल-पुलिया समेत एक दर्जन स्थानो जैसे जलसंधवा, किऊल से चानन प्रवेश द्वार, जलसंधवा के पास बने चहारदिवारी, बिछवे रेलवे क्रोसिंग गेट के पास अस्थायी गुमटी दुकान, बिछवे गांव शहीद द्वार आदि के पास पर्चा साटकर व फेंक कर बदला लेने का ऐलान किया है। उधर पर्चा फेंके जाने की पुष्टि किऊल थानाधयक्ष धीरज कुमार ने की है। बताते चलें कि बीते 11 फरवरी के अहले सुबह पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में नक्सली मानस कोडा पुलिस की गोली के शिकार हो गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई थी। मारे गए नक्सली मानस कोडा के पास से एक इंसास राइफल, 236 गोली, तीन देसी हेंड ग्रेनट व दो डेटोनेटर सहित दर्जनो नक्सली साहित्य बरामद किया गया था। मानस कोडा के मौत के बाद लखीसराय पुलिस द्वारा लाश को पोस्टमार्टम करा कर 72 घंटे तक रखे जाने के बाद भी कोई स्वजनो ने लाश नहीं लिया और अंततः चानन थाना पुलिस के द्वारा 96 घंटे बाद किऊल नदी के मलिया घाट पर लाश को अंतिम संस्कार कर दिया गया था।