उपायुक्त ने की टीकाकरण अभियान तथा कोविड जांच अभियान की ऑनलाइन समीक्षा
जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक
आपदा के समय लोगों की जान बचाना सबसे महत्वपूर्ण कार्य- उपायुक्त
सभी पदाधिकारी संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करना सीखें- उपायुक्त
उपायुक्त सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार धनबाद श्री उमाशंकर सिंह की अध्यक्षता में आज संध्या जिला स्तरीय टास्क फोर्स की ऑनलाइन बैठक सम्पन्न हुई।
उपायुक्त ने बताया कि बैठक के दौरान टीकाकरण कार्य की प्रगति, ई-विन पोर्टल में प्रविष्टि की स्थिति, वैक्सीन स्टॉक की स्थिति, आगामी विशेष टीकाकरण अभियान की तैयारी, कोविड जांच अभियान की स्थिति एवं गति, कोविड अस्पतालों को पुनः प्रारम्भ करने की तैयारी इत्यादि विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में उपायुक्त ने कहा कि विगत कुछ दिनों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु अभियान चलाकर लोगों का कोरोना जांच करने की योजना बनाई गई है तथा पॉजिटिव रोगियों के इलाज की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। आपदा के समय हमें मानव संपदा सहित सभी संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करना सीखना होगा।
उन्होंने माइक्रोबायोलॉजी लैब के प्रभारी डॉ सिंह से कहा कि धनबाद के माइक्रोबायोलॉजी लैब में हमारे जिले के अलावा जामताड़ा एवं गिरिडीह जिलों से भी सैंपल आते हैं। अतः अपनी टीम का पूरा इस्तेमाल कर ससमय कार्यों का संपादन करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कोरोना संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु जिले में सभी सरकारी अस्पतालों के ओपीडी में आने वाले रोगियों का कोविड जांच करने का निर्देश दिया गया था।
बैठक के दौरान यह पाया गया कि एसएनएमएमसीएच अस्पताल में 800 ओपीडी रोगियों का पंजीकरण हुआ परंतु सिर्फ 420 रोगियों का ही जांच हेतु सैंपल इकट्ठा किया जा सका। इसी प्रकार जिले के अन्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी सैंपल कलेक्शन की रफ्तार धीमी पाई गई। इस पर उपायुक्त ने नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी संबंधित पदाधिकारियों को कल से शत-प्रतिशत ओपीडी के रोगियों का कोरोना जांच सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
बैठक में उपायुक्त ने कहा कि संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के मद्देनजर जिले में स्थापित सभी कोविड-19 अस्पतालों को पुनः प्रारंभ करना आवश्यक प्रतीत होता है।
इस संबंध में उन्होंने अगले दो दिनों में कैथ लैब, केंद्रीय अस्पताल, क्षेत्रीय रेलवे प्रशिक्षण संस्थान भूली, निरसा पॉलिटेक्निक एवं टाटा जामाडोबा में स्थित कोविड केयर केंद्रों को पुनः प्रारंभ करने का निर्देश दिया। साथ ही उक्त अस्पतालों के वरीय पदाधिकारियों एवं इंसिडेंट कमांडर को मानव संपदा और सभी आवश्यक सामग्रियों की उपलब्धता सुनिश्चित कर पूर्व में किए गए कार्यों की तरह पुनः अस्पताल संचालित करने का निर्देश दिया।
आज के विशेष टीकाकरण अभियान के दौरान टीकाकरण की रफ्तार धीमी पाए जाने पर उपायुक्त ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं एमओआईसी को स्पष्ट निर्देश दिया की आपदा के समय लोगों की जान बचाना सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। राज्य सरकार के निर्देशों के आलोक में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार द्वारा समय-समय पर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए जाते हैं। इन आदेशों के संबंध में किसी के मन में कोई कंफ्यूजन नहीं होना चाहिए। किसी भी स्तर के पदाधिकारी द्वारा उक्त निर्देशों का उल्लंघन करने पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में उन्होंने बताया कि जिला स्तरीय टास्क फोर्स की तर्ज पर सभी प्रखंडों में प्रखंड विकास पदाधिकारी की अध्यक्षता में प्रखंड स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया गया है। परंतु यह पाया गया है कि प्रखंड स्तरीय टास्क फोर्स की नियमित बैठक नहीं हो रही है। जिसके कारण प्रखंड की सहिया बहनों एवं जनप्रतिनिधियों को ससमय सूचना प्राप्त नहीं हो पा रही और लाभुकों का मोबिलाइजेशन नही हो रहा है।
उपायुक्त ने इस संबंध में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक से पूर्व प्रखंड स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक कर दिनभर की के कार्यों की समीक्षा करने एवं सहिया एवं जनप्रतिनिधियों के सहयोग से अगले दिन की योजना एवं रणनीति बनाने का निर्देश दिया। साथ ही इसकी कार्यवाही के संबंध में जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक में अवगत कराने का निर्देश दिया।
उपायुक्त ने बताया कि 4 अप्रैल 2021 से जिले में टीकाकरण हेतु विशेष अभियान आयोजित किया जाएगा। उन्होंने सभी संबंधित पदाधिकारियों को इस संबंध में तैयारियां पूर्ण करने, केंद्रों का चयन करने, सभी लाभुकों को इसकी सूचना पहुंचाने एवं जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान आईआईटी-आईएसएम, एसएसएलएनटी महिला महाविद्यालय एवं पी के रॉय मेमोरियल महाविद्यालय में कल से प्रारंभ होने वाले विशेष कोविड जांच अभियान के संबंध में उक्त संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श कर तैयारियों की समीक्षा की गई।
ऑनलाइन बैठक में सिविल सर्जन डॉ० गोपाल दास, डीआरसीएचओ डॉ० विकास राणा, शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधि, एसएनममसीएच के प्राचार्य एवं अधीक्षक, केंद्रीय अस्पताल के प्रतिनिधि, डब्ल्यूएचओ के डॉ अमित कुमार, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी एमओआईसी, सभी अंचलाधिकारी, जिला सहिया कोऑर्डिनेटर, सभी प्रखंडों के बीटीटी, बीपीएम एवं डीपीएम, डीएमएफटी पीएमयू के टीम के सदस्य सहित अन्य संबंधित लोग उपस्थित रहे।