बेहतरीन चिकित्सीय व्यवस्था, धैर्य, सकारात्मक सोच के कारण
श्रीमती साधना खंडेलवाल ने दी 10 दिन में कोरोना को मात
वैक्सीनेशन ने बढ़ाई हिम्मत
शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) कैथ लैब में कोरोना का इलाज कराने के लिए भर्ती जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ईशा खंडेलवाल तथा बाघमारा के पूर्व एसडीपीओ श्री नितिन खंडेलवाल की 60 वर्षीय माताजी श्रीमती साधना खंडेलवाल अब पूरी तरह से स्वस्थ हो गई है और उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।
अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद श्रीमती खंडेलवाल ने कोरोना संक्रमित मरीजों को संदेश देते हुए और जिला प्रशासन सहित पूरी मेडिकल टीम को बधाई देते हुए दूरभाष पर बताया कि उपायुक्त श्री उमा शंकर सिंह के नेतृत्व में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद ने कोरोना संक्रमित मरीजों की चिकित्सा के लिए बेहतरीन व्यवस्था तैयार की है। वैश्विक महामारी की दूसरी लहर को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद ने चुनौती के रूप में लिया है। प्रत्येक अस्पताल में चिकित्सा की बेहतरीन व्यवस्था की है।
अस्पताल में बिताए दस दिन का अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा कि जब उन्हें कोविड-19 के लक्षण महसूस हुए तब उन्होंने सदर अस्पताल के डॉ राजकुमार सिंह से संपर्क किया। जिन्होंने तत्परता दिखाते हुए उनकी कोरोना जांच की। रिजल्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें एसएनएमएमसीएच कैथ लैब में इलाज के लिए भर्ती कर दिया गया।
एसएनएमएमसीएच कैथ लैब में डॉ यूके ओझा के नेतृत्व में चिकित्सा कर्मी, मेडिकल स्टाफ, नर्स सहित सभी कर्मचारियों ने अन्य मरीजों के साथ साथ उनका भी अच्छे तरीके से इलाज किया। समय पर दवाई और पौष्टिक आहार देना, व्यायाम कराना, हौंसला अफजाई के लिए मानसिक परामर्श करना। कभी नहीं लगा घर से दूर है। अस्पताल में ही घर और परिवार के बीच रहने जैसा महसूस हुआ।
बीच में स्वयं उपायुक्त ने भी अस्पताल भ्रमण के दौरान उनसे मुलाकात की। उनका मनोबल बढ़ाया। जो इस वैश्विक महामारी को मात देने में कारगर साबित हुआ।
श्रीमती खंडेलवाल ने बताया कि उन्होंने कोविशिल्ड वैक्सीन की पहली डोज ली है। जो संक्रमण से लड़ने के लिए कारगर साबित हुई। वे पूरी तरह से आश्वस्त थी कि वैक्सिन के कारण इस चुनौती से शीघ्र बाहर निकल जाएगी। उन्होंने लोगों से समय पर कोरोना वैक्सीन लेने की भी अपील की है। कहा वैक्सिन से कोरोना को हराने में काफी मदद मिलती है।
कोरोना संक्रमित मरीजों को संदेश देते हुए श्रीमती खंडेलवाल ने कहा कि मरीज को कभी भी घबराना नहीं चाहिए। हमेशा पॉजिटिव सोचे। सकारात्मक ऊर्जा, सकारात्मक सोच से वे इस चुनौती को हरा सकने में कामयाब होंगे। साथ में यह भी कहा कि जिला प्रशासन द्वारा की गई मुकम्मल चिकित्सा व्यवस्था और इलाज पर विश्वास रखें।