कोरोना से डरें नहीं,बल्कि सतर्क रहें-डा रामानुज
डा आर लाल गुप्ता लखीसराय
आज वैश्विक महामारी बन चुका कोरोना वेशक वैसे ही है जैसे हमारे घरों में आई तारों के माध्यम विद्युत धाराऐं।
अब इन विधुत उर्जा को हम कितने सतर्कता व हिफाजत से सद्पयोग करते हैं यह हमारी सोच की कुशलता पर निर्भर करता है।
आने वाले समय को अपने पक्ष में करने के लिए उक्त मापदंडों को बस पालन भर करना है।
फिर कोरोना से न भय और नहीं चिंता।
उक्त बातें लखीसराय जिला रेड क्रास सोसायटी के चेयरमैन सह शहर के मशहूर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ रामानुज ने वर्चुअल संवाद के माध्यम से कहीं।
उन्होंने कहा कि
हर कोई सावधान रहें, लेकिन भयाक्रांत नहीं। प्रोटोकॉल का पालन करें। फीजिकल डिसटेंसिंग रखना है सोसल कांटेक्ट भी तय उतना ही जरूरी है, हां वर्चुअल,कर कुटुम्ब, परिवार ,समाज से हेलो हाय करते रहें। किसी तरह का अभिमान न पनपने दें। प्रकृति सबको जीवन के समान अवसर मुहैया करा रही है।
अभी देखिए कि अच्छे अच्छे पैसे और ओहदे वाले भी नहीं बच पा रहे हैं प्राकृतिक कोप से।
अब इस बुरे वक्त में हम देखें कि हमारी व्यक्ति गत ताकत कितनी सीमित लग रही है। फ़र्ज़ कीजिए कि हमारे पास अपना इस्टेब्लिशमेंट होता, तो हम दस बीस आपातकालीन शय्या का इंतजाम कर सकते थे। बहुत लोगों को सुरक्षित किया जा सकता था। हम स्व से थोड़ा ऊपर उठकर जिंदगी जीने की आदत डालें तो विकट स्थिति का भी समग्र रूप से सम्यक सामना कर सकते हैं। किसी भी सर्विस संगठनों की आत्मा का गुण स्व से ऊपर की सेवा भावना जागृत और पुष्पित पल्लवित करना ही है।
अब समाज बहुत बड़ी मेडिकल इमरजेंसी का सामना कर रहा है, हम सभी कतार में खड़े हैं। अब हमारी धनात्मक ऊर्जा ही हम सब को इस ग्रह से उबार सकती है। कोरोना से डरें नहीं , लेकिन सतर्क रहें। कोई भी तकलीफ हो, कोरोना सस्पेक्ट करके ही देखना चाहिए। क्लीनिकल डायग्नोसिस अधिक कारगर है अगर अस्पतालों और वेंटिलेटर के चक्कर से बचना है और जान सुरक्षित रखना है तो।
ये मेरे व्यक्तिगत राय हैं, आप भिन्न राय रख सकते हैं।
नमस्कार 🙏🙏 प्यार बांटते चलो प्यार बांटते चलो ❤️❤️कोरोना से डरें नहीं,बल्कि सतर्क रहें-डा रामानुज
डा आर लाल गुप्ता लखीसरायकोरोना से डरें नहीं,बल्कि सतर्क रहें-डा रामानुज
डा आर लाल गुप्ता लखीसराय
आज वैश्विक महामारी बन चुका कोरोना वेशक वैसे ही है जैसे हमारे घरों में आई तारों के माध्यम विद्युत धाराऐं।
अब इन विधुत उर्जा को हम कितने सतर्कता व हिफाजत से सद्पयोग करते हैं यह हमारी सोच की कुशलता पर निर्भर करता है।
आने वाले समय को अपने पक्ष में करने के लिए उक्त मापदंडों को बस पालन भर करना है।
फिर कोरोना से न भय और नहीं चिंता।
उक्त बातें लखीसराय जिला रेड क्रास सोसायटी के चेयरमैन सह शहर के मशहूर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ रामानुज ने वर्चुअल संवाद के माध्यम से कहीं।
उन्होंने कहा कि
हर कोई सावधान रहें, लेकिन भयाक्रांत नहीं। प्रोटोकॉल का पालन करें। फीजिकल डिसटेंसिंग रखना है सोसल कांटेक्ट भी तय उतना ही जरूरी है, हां वर्चुअल,कर कुटुम्ब, परिवार ,समाज से हेलो हाय करते रहें। किसी तरह का अभिमान न पनपने दें। प्रकृति सबको जीवन के समान अवसर मुहैया करा रही है।
अभी देखिए कि अच्छे अच्छे पैसे और ओहदे वाले भी नहीं बच पा रहे हैं प्राकृतिक कोप से।
अब इस बुरे वक्त में हम देखें कि हमारी व्यक्ति गत ताकत कितनी सीमित लग रही है। फ़र्ज़ कीजिए कि हमारे पास अपना इस्टेब्लिशमेंट होता, तो हम दस बीस आपातकालीन शय्या का इंतजाम कर सकते थे। बहुत लोगों को सुरक्षित किया जा सकता था। हम स्व से थोड़ा ऊपर उठकर जिंदगी जीने की आदत डालें तो विकट स्थिति का भी समग्र रूप से सम्यक सामना कर सकते हैं। किसी भी सर्विस संगठनों की आत्मा का गुण स्व से ऊपर की सेवा भावना जागृत और पुष्पित पल्लवित करना ही है।
अब समाज बहुत बड़ी मेडिकल इमरजेंसी का सामना कर रहा है, हम सभी कतार में खड़े हैं। अब हमारी धनात्मक ऊर्जा ही हम सब को इस ग्रह से उबार सकती है। कोरोना से डरें नहीं , लेकिन सतर्क रहें। कोई भी तकलीफ हो, कोरोना सस्पेक्ट करके ही देखना चाहिए। क्लीनिकल डायग्नोसिस अधिक कारगर है अगर अस्पतालों और वेंटिलेटर के चक्कर से बचना है और जान सुरक्षित रखना है तो।
ये मेरे व्यक्तिगत राय हैं, आप भिन्न राय रख सकते हैं।
नमस्कार 🙏🙏 प्यार बांटते चलो प्यार बांटते चलो ❤️❤️