सिंदरी के 205 बेड वाले बंद पड़े अस्पताल को चालू करने के लिए केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री से टेलीफोनिक वार्ता कर अपील की
मनीष रंजन की रिपोर्ट
कोरोना संक्रमण काल से गुजर रहे धनबाद में जहाँ प्रतिदिन संक्रमित मरीजों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हो रही है एवं कई मौतें भी हो रही है वैसे में धनबाद प्रशासन भी यथा संभव कोशिश कर रही है कि संक्रमित मरीजों को सुविधा दी जाये। सभी अस्पतालों में मरीजों की बेतहाशा वृद्धि हो रही है। ऐसे में पिछले वर्ष भी सिंदरी स्थित हर्ली कारखाने का बंद पड़े 205 बेड वाले बंद पड़े अस्पताल को चालू कर कोविड अस्पताल में तब्दील कर संकट के इस घड़ी में वरदान साबित हो सकता है।
दिनांक 28-04-2021 को इसी सिलसिले में धनबाद के सामाजिक कार्यकर्ता एवं केन्द्रीय उपाध्यक्ष मानव अधिकार अपराध एवं भ्रष्टाचार विरोधी संगठन के कुमार मधुरेन्द सिंह ने धनबाद के उपायुक्त श्री उमा शंकर सिंह जी को पत्र लिखकर ईमेल किया था। जिसमें उन्होंने तत्काल इस ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए अमलीजामा पहनाने की जरूरत पर बल दिया है। उन्होंने पिछले वर्ष भी इस ओर ध्यानाकर्षित करने के लिए लिखा था तथा तत्कालिन उपायुक्त श्री अमित कुमार ने पहल भी की थी। उनके स्थानांतरण के बाद वह ठंडे बस्ते में चला गया। अब जबकि नये वायरस ने भयावह रूप ले लिया है और लोगों को इलाज के लिए जगह की कमी हो गयी है तो ऐसे समय में सिंदरी के अस्पताल को चालू करने के लिए एक मिनट भी देरी नहीं करने की जरूरत है।
उन्होंने उस वक्त इस पत्र की प्रति माननीय राष्ट्रपति, माननीय प्रधानमंत्री,माननीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री भारत सरकार,माननीय मुख्यमंत्री, झारखंड, मुख्य सचिव, झारखंड, स्वास्थ्य मंत्री, झारखंड सरकार, प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग, झारखंड सरकार, माननीय सांसद ,धनबाद को आवश्यक पहल करने की अपील की थी।
आज उसी सिलसिले में धनबाद के सामाजिक कार्यकर्ता एवं केन्द्रीय उपाध्यक्ष मानव अधिकार अपराध एवं भ्रष्टाचार विरोधी संगठन के कुमार मधुरेन्द सिंह ने केंद्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री श्री सदानंद गौडा जी से मोबाइल पर बात कर सिंदरी कारखाने के अंतर्गत 205 बेड वाले बंद पड़े अस्पताल को कोविड अस्पताल में तब्दील कर चालू करने की अपील की है। टेलीफोनिक वार्ता में माननीय मंत्री ने सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया है। अब यह देखना होगा कि महामारी के संकट के इस घड़ी में प्रशासन कितना सक्रिय होता है। इस अस्पताल के चालू हो जाने से धनबाद के लोगों को बहुत बड़ी राहत मिलेगी।