रेलवे प्रशासन की लापरवाही,संयोग से बचें राही
रेलवे प्रशासन की लापरवाही,संयोग से बचें राही
डा आर लाल गुप्ता लखीसराय
जमालपुर-किउल रेल खंड के कजरा रेलवे स्टेशन विभागीय उपेक्षा का इस कदर शिकार हैं कि जहां स्टेशन रोड कजरा जर्जर होकर अपने बदहाली पर आंसू बहाने को बर्षों से मजबूर है तो आए दिन जर्जर सड़क मार्ग के गढ़े में वाईक चालक दुर्घटना का शिकार हो रेल विभाग को कोसते नज़र आते हैं।किसकी पैर टुटे, किसकी वाइक सवार के साथ टूटे व कौन वाइक से गिरकर घायल हो इसका परवाह जिसकी जिम्मेदारी है उनके कार्यों से बिल्कुल हीं नहीं झलकता है।
रेलवे की विकास की बात की जाय तो मानव हीत के परे विकास झलकती है।रेलवे ट्रैक के दोनों ओर चहारदिवारी विद्युतीकरण के साथ कर दी गई। परन्तु रेलवे ट्रैक के पास के वृक्षों के डाल काटे गये। खानापूर्ति के दौरान रेलवे परिसर के वृक्षों को यथावत रखा गया।जो खतरे को आमंत्रित करने जैसा था। वहीं यास नामक चक्रवाती तूफान के चपेट में आने से रेलवे परिसर के तार का गा़छ उपरी भाग से धाराशाई हो गया। प्रत्यक्षदर्शी मदनपुर पंचायत के मुखिया नंदन कुमार के अनुसार तीस से चालीस किलोमीटर की रफ्तार से आई हवा में फल से लदे तार गाछ गिर गया। जबकि संयोग उनकी कुछ दुर पर खड़ी फोर व्हीलर बाल बाल बचा। संयोगवश राही मुसाफिर को हताहत होने की सुचना नहीं है।
रेलवे प्रशासन की लापरवाही कई जानों को ले सकती थी लेकिन संयोग की बात कहें कि इतनी बड़ी दूर्घटना के बाबजूद हादसे नहीं हुई।