बीपीएल एवं गरीब मेधावी छात्रों को भी टैब या लैपटॉप मुफ्त में दे सरकार
मनीष रंजन की रिपोर्ट
कोरोना संक्रमण के पहले और दूसरे चरण के आने से सबसे ज्यादा मार मध्यम वर्ग के अभिभावकों पर पड़ी है। स्कूलों द्वारा फीस भी लिया जा रहा है, स्कूलों में कक्षाएं ऑनलाइन चल रही है। ऐसे में सभी बच्चों को एंड्रायड मोबाइल, टैब या फिर लैपटॉप की जरूरत है। झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी ने गरीब जरूरतमंद बच्चों को टैब देने की घोषणा की है। उन्होंने गरीब आवासीय विद्यालय के बच्चों को टैब देने की घोषणा की है।
झारखंड अभिभावक महासंघ के उपाध्यक्ष एवं धनबाद के सामाजिक कार्यकर्ता एवं केन्द्रीय उपाध्यक्ष मानव अधिकार अपराध एवं भ्रष्टाचार विरोधी संगठन के कुमार मधुरेन्द सिंह ने पिछले वर्ष 28-06-2020 को देश के प्रधानमंत्री, शिक्षा मंत्री,मुख्यमंत्री, झारखंड, केन्द्रीय बाल संरक्षण आयोग, शिक्षा मंत्री, झारखंड एवं उपायुक्त को पत्र लिखकर ईमेल किया था जिसमें उन्होंने सभी गरीब एवं मेधावी छात्रों लैपटॉप उपलब्ध कराने की मांग की थी। उस वक्त 28-07-2020 को केन्द्रीय बाल संरक्षण आयोग के द्वारा झारखंड के सचिव, शिक्षा विभाग को लैपटॉप उपलब्ध कराने के लिए पत्र भी आया था जिसमें कुमार मधुरेन्द सिंह के द्वारा लिखे गए पत्र का जिक्र किया गया था।
आज इसी सिलसिले में झारखंड के मुख्यमंत्री ने 21 हजार बच्चों को टैब देने की घोषणा की है इसके लिए वो धन्यवाद के पात्र हैं। अब जरूरत है कि सभी बीपीएल बच्चों एवं गरीब मेधावी छात्रों को भी टैब या लैपटॉप देने की जरूरत है ताकि गरीबी एवं आर्थिक रूप से कमजोर अभिभावकों के बच्चों को संसाधनों की कमी की वजह से पढ़ाई से वंचित न रह पाये।