विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर पॉलिथिन बैन को कड़ाई से लागू करने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर ईमेल
मनीष रंजन की रिपोर्ट
राज्य सरकार की यह बहुत बड़ी विडंबना ही कही जा सकती है कि राज्य में प्लास्टिक के थैले यानि पॉलिथिन पर पूरी तरह से प्रतिबंध होने के बावजूद धडल्ले से उपयोग किया जा रहा है। सरकार के द्वारा निर्देश के बावजूद कभी भी औचक निरीक्षण या अन्य कार्रवाई नहीं होती है जिससे बेखौफ होकर लोग इसका उपयोग कर रहे हैं।
इसी संदर्भ में धनबाद के सामाजिक कार्यकर्ता और विभिन्न संगठनों के सदस्य कुमार मधुरेंद्र सिंह ने झारखंड के माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी को पत्र लिखकर ईमेल किया है।उन्होने कहा कि पुर्व की सरकार और वर्तमान सरकार ने भी झारखंड के सभी जिलों में प्लास्टिक बैन कर रखा है फिर भी धड़ल्ले से युज किया जाता है और उपलब्ध होता है। उन्होने पॉलिथिन निर्माण करने वाले कंपनी का रजिस्ट्रेशन रद्द किये जाने की वकालत की है। प्लास्टिक की वजह से ही जानवरों की मौत, प्रदुषण होना, नाले का जाम होना सहित कई समस्यायें होती है। उन्होने विश्व प्रकॄति संरक्षण दिवस के उपलक्ष पर प्लास्टिक के दुरुपयोग पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने सभी को आज यह प्रण लेने का आग्रह किया है कि आज झारखंड वासी और झारखंड सरकार एवं नगर विकास ,नगर निगम, जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, प्रदुषण विभाग एक विशेष अभियान चलाकर झारखंड को प्लास्टिक मुक्त राज्य बनाए। न ही उत्पादन हो और न ही पडोसी राज्यों से राज्य में आये। उन्होंने राज्य सरकार से सभी जिला उपायुक्त को विशेष अभियान के लिए दिशा-निर्देश जारी कर इसे कडाई से लागू कराने की अपील की है।
कुमार मधुरेंद्र सिंह ने इस पत्र की प्रति मुख्य सचिव, झारखंड सरकार,प्रधान सचिव,नगर विकास विभाग झारखंड, उपायुक्त,धनबाद, सिविल सर्जन, धनबाद,नगर आयुक्त,धनबाद एवं क्षेत्रीय अधिकारी,प्रदुषण विभाग, धनबाद को आवश्यक कार्रवाई हेतू दी है।