धनबाद में ट्राॅमा सेंटर खोलने को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र,सर्वोच्च न्यायालय को प्रति
मनीष रंजन की रिपोर्ट
देश की कोयला राजधानी कहे जाने वाले धनबाद जो झारखंड की आर्थिक राजधानी भी है जहां आर्थिक अपराध में वर्चस्वता कायम करने की होड में आये दिन घटनायें होती रहती है। परिणामस्वरूप धनबाद जैसे शहर में ट्राॅमा सेंटर का नहीं होना अपने आप में चिंता का विषय है। दो दिन पहले धनबाद के जिला सत्र न्यायाधीश के तथाकथित दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद समय पर इलाज नहीं होने की वजह से दर्दनाक मौत हो गई।
धनबाद के मेडिकल कॉलेज एसएनएमएमसीएच में ट्राॅमा सेंटर स्थापित करने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता एवं लोकहक मानव सेवा संस्थान तथा कई संगठनों के पदाधिकारी कुमार मधुरेंद्र सिंह ने देश के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी को पत्र लिखकर ईमेल किया है जिसमें उन्होने लिखा है कि एम्स धनबाद में खुल रहा था पर कतिपय कारणों से देवघर में खुलने वाला है तथा ओपीडी चालू होने वाला है। धनबाद के लिए दुर्भाग्य की बात है पर समाज हित में धनबाद जिले में एसएनएमसीएच अस्पताल या अन्य जगह जो उस अस्पताल परिसर के अंदर हो वहां पर ट्रामा सेंटर खोलने की अविलंब आदेश निर्गत करने की अपील की है। उन्होने लिखा है कि इससे धनबाद जिले एवं अगर बगल के जिले के लोग भी आकस्मिक स्थिति आने पर सेवा लेकर उनकी जान को बचाया जा सकता है। पुरे झारखंड में सिर्फ रांची के रिम्स में ट्राॅमा सेंटर है। धनबाद से ही देश की पहली सड़क जिसे शेरशाह सुरी ने बनवाया था जो अब छह लेन की सड़क बन गई है जो देश की राजधानी को कोलकाता होते हुए ढाका चली जाती है। ऐसे महत्वपूर्ण सड़क पर धनबाद के आसपास कोई भी ट्राॅमा सेंटर का नहीं रहना अपने आप में बडी बात है।
अगर धनबाद में ट्रामा सेंटर खोलने का आदेश दिया गया तो आये दिन रोड एक्सीडेंट्स और गोली बम धमाके से घायल हुए व्यक्ति को बचाया जा सकता है।
पुरा धनबाद कोयला खदान से बसा है। प्रायः घटनाओं की पुनरावृत्ति होती रहती है। इसलिए भी ट्रामा सेंटर का होना जरूरी है। इसके साथ ही उन्होंने धनबाद में छोटे हवाई जहाज उतरने के लिए हवाई अड्डे की रनवे को ठीक कराने की भी मांग की है ताकि आकस्मिक स्थिति में दुर्घटनाग्रस्त लोग को एयर लिफ्ट कर बेहतर इलाज के लिए बाहर ले जाया जा सके।जिससे एयर लिफ्ट में आसानी हो।
उन्होंने इस पत्र की प्रतिलिपि सर्वोच्च न्यायालय ,नई दिल्ली, उच्च न्यायालय,रांची,मुख्यमंत्री, झारखंड,मुख्य सचिव,झारखंड,स्वास्थ्य मंत्री, झारखंड, सांसद, धनबाद, उपायुक्त,धनबाद, सिविल सर्जन, धनबाद,जिला परिवहन पदाधिकारी एवं पुलिस उपाधीक्षक, यातायात, धनबाद को पहल करने के लिए दी है।