जिला 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति की बैठक

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माननीय प्रभारी मंत्री ने की सभी विभागों के कार्यों की समीक्षा

अतिक्रमण हटाने के क्रम में मानवीय मूल्यों का रखा जाए ध्यान – मंत्री

उपायुक्त एवं एसएसपी को संयुक्त रूप से बालू घाटों का औचक निरीक्षण करने का निर्देश

कल्याण विभाग द्वारा शत प्रतिशत लाभुकों को छात्रवृत्ति से लाभान्वित करने के लिए जिला कल्याण पदाधिकारी की हुई सराहना

श्री बन्ना गुप्ता, माननीय मंत्री स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण सह आपदा प्रबंधन विभाग सह अध्यक्ष, जिला 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति, धनबाद की अध्यक्षता में शुक्रवार को समाहरणालय के सभागार में जिला 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति की बैठक का आयोजन किया गया।

बैठक में माननीय अध्यक्ष महोदय ने सर्वप्रथम सभी का स्वागत करते हुए कहा की प्रभारी मंत्री बनने के बाद यह धनबाद का पहला दौरा है। हम सभी को मिलकर जिले की उन्नति के लिए काम करना है। जो भी कमियां हैं उनको दूर कर विकास के रास्ते पर आगे बढ़ना है। हमें ऐसी योजनाओं का चयन करना है जिससे आम जनता को सीधा सीधा लाभ पहुंचे।

उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व जिला 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति की बैठक अगस्त 2019 में हुई थी। उक्त बैठक में दिए गए निर्देश एवं उसके अनुपालन की स्थिति के संबंध में आज की बैठक में जिला प्रशासन द्वारा अध्यक्ष महोदय को बिंदुवार अवगत कराया गया।

बैठक में माननीय विधायक टुंडी, धनबाद एवं झरिया द्वारा बताया गया कि जिले में लगभग 250 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण सीएसआर की राशि से करवाया गया है परंतु संवेदक को अब तक भुगतान नहीं किया गया है। इस संबंध में जिला योजना पदाधिकारी ने बताया कि जिले में 500 आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल केंद्र बनाने के लिए बीसीसीएल के साथ सीएसआर के तहत एमओयू किया गया था। परंतु बीसीसीएल द्वारा अब तक उक्त मद में राशि नहीं उपलब्ध कराई गई है।

माननीय अध्यक्ष महोदय ने इस संबंध में उपायुक्त, धनबाद को सीएमडी बीसीसीएल तथा सीएमडी ईसीएल से समन्वय स्थापित कर समस्या का निराकरण करने का निर्देश दिया।

माननीय अध्यक्ष महोदय ने बताया कि जेएसएलपीएस द्वारा स्वयं सहायता समूह का निर्माण कर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने का कार्य किया जाता है। साथ ही विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों के तहत बेरोजगार युवक युवतियों को प्रशिक्षित कर उन्हें नियोजन उपलब्ध कराया जाता है। परंतु बैठक में यह ज्ञात हुआ की जेएसएलपीएस द्वारा स्थानीय प्रशिक्षित युवक-युवतियों को नियोजन देने के संबंध में गंभीरता से कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस संबंध में उपायुक्त धनबाद को 10 दिन में विस्तृत प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया गया।

माननीय अध्यक्ष महोदय को जिले के माननीय जनप्रतिनिधियों ने बताया कि जिला अंतर्गत विभिन्न कोयला लोडिंग पॉइंट पर कार्य करने वाले मजदूरों को परिचय पत्र नहीं दिया गया है तथा उनका निबंधन भी अब तक नहीं किया गया है। साथ ही ऐसे कार्यों में स्थानीय मजदूरों को प्राथमिकता नहीं दी जा रही है।

इस संबंध में उपायुक्त, धनबाद ने बताया कि बरोरा क्षेत्र में कैंप लगाकर मजदूरों का बैंक खाता खोला जा रहा है। साथ ही बीसीसीएल के पदाधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है कि मजदूरी की राशि का भुगतान मजदूरों के बैंक खाते में किया जाना सुनिश्चित करें।

माननीय अध्यक्ष महोदय ने मजदूरों का बैंक खाता यथाशीघ्र खुलवाने, उन्हें परिचय पत्र प्रदान करने तथा विशेष रूप से स्थानीय लोगों को कार्यों में भागीदारी सुनिश्चित करवाने का निर्देश दिया।

श्रम विभाग की समीक्षा के दौरान माननीय अध्यक्ष महोदय ने श्रमिक कल्याण हेड के अंतर्गत प्रवासी मजदूरों की मृत्यु होने पर, बाल श्रमिकों के संबंध में, मजदूरों का अंग भंग हो जाने की स्थिति में तथा श्रमिकों के कल्याण हेतु सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत सत प्रतिशत लाभ पहुंचाने का निर्देश दिया।

खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की समीक्षा के दौरान माननीय अध्यक्ष महोदय ने बताया कि टुंडी प्रखंड के जोनहराबेड़ा गांव में पहाड़ी पर बसे लोगों के लिए उनके नजदीकी पीडीएस डीलर के पास जाना अत्यंत कठिन है। उन्होंने उक्त स्थल पर अविलंब एक पीडीएस दुकान संचालित करने का निर्देश दिया। साथ ही लाभुकों का टैगिंग उनके नजदीकी पीडीएस डीलर के साथ करना सुनिश्चित करने, पीडीएस डीलर द्वारा कोई गड़बड़ी करने पर उसे चिन्हित कर उसके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने, पीडीएस के अनाज की कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध सख्ती बरतने तथा एफआईआर करना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

माननीय अध्यक्ष महोदय ने बताया कि जमीन से संबंधित दस्तावेज नहीं होने के कारण कई व्यक्तियों का प्रमाण पत्र निर्गत नहीं हो पाता है। ऐसी स्थिति में स्थल निरीक्षण कर जांच करने के उपरांत प्रमाण पत्र निर्गत करने का निर्देश दिया गया। साथ ही उपायुक्त, धनबाद को समय-समय पर इसकी समीक्षा करने का निर्देश भी दिया गया।

बैठक में जिले के प्रतिनिधियों ने माननीय अध्यक्ष को यह अवगत कराया कि वर्तमान में अतिक्रमण हटाने के क्रम में छोटे-छोटे दुकान लगाने वालों के ऊपर कार्रवाई की जा रही है। उन्हें नोटिस नहीं दिया जा रहा है। बरसात के मौसम में ऐसी कार्रवाई करने से दुकानदारों का जीवन यापन करना कठिन हो रहा है।

इस संबंध में माननीय अध्यक्ष महोदय ने अतिक्रमण हटाने के क्रम में मानवीय मूल्यों को ध्यान में रखकर संबंधित दुकानदारों को नोटिस देने के उपरांत ही किसी प्रकार की कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

बैठक में चर्चा के आलोक में माननीय अध्यक्ष महोदय ने बताया कि रेलवे स्टेशन जाने वाले मार्ग पर रेलवे द्वारा सौंदर्यीकरण के नाम पर रोड को घेर कर उसकी चौड़ाई कम की गई है। उन्होंने उपायुक्त महोदय को इसकी जांच कर रेलवे के पदाधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करने के उपरांत समस्या का समाधान निकालने का निर्देश दिया।

जिले के माननीय जनप्रतिनिधियों के आग्रह पर माननीय अध्यक्ष महोदय ने धनबाद नगर निगम द्वारा संचालित कम्पेक्टर स्टेशन को हीरापुर जैसे भीड़-भाड़ वाले स्थान से हटाकर कहीं और शिफ्ट करने का निर्देश दिया। इस संबंध में नगर आयुक्त, धनबाद नगर निगम ने बताया कि स्थल को चिन्हित करने का कार्य प्रक्रियाधीन है। स्थल चिन्हित होते ही यथाशीघ्र कॉम्पेक्टर को शिफ्ट कर दिया जाएगा।

बैठक में माननीय अध्यक्ष महोदय ने कहा कि पेयजल हमारी प्राथमिक आवश्यकताओं में से एक है। सभी व्यक्तियों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति करना हमारा दायित्व है। उन्होंने जिले में जलापूर्ति से संबंधित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की। अमृत योजना के तहत निर्मित जल मीनार के अधूरे पड़े काम पर नाराजगी व्यक्त की। साथ ही विभिन्न पेयजल योजनाओं में संवेदक द्वारा की जा रही लापरवाही के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान अध्यक्ष महोदय ने कहा कि जिले में कई स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण कार्य धीमी प्रगति से चल रहा है। साथ ही कई स्वास्थ्य केंद्रों में संसाधनों की भी कमी देखी गई है। उन्होंने अधूरे निर्माण वाले स्वास्थ्य केंद्रों का यथाशीघ्र निर्माण कार्य पूर्ण कराने का निर्देश दिया। साथ ही यह बताया कि राज्य सरकार गंभीरता से स्वास्थ्य क्षेत्र में सभी संसाधनों को पूर्ण करने का कार्य कर रही है शीघ्र ही सभी संसाधनों को पूर्ण कर लिया जाएगा।

उपायुक्त, धनबाद ने माननीय अध्यक्ष महोदय को यह अवगत कराया कि जिले में डीएमएफटी के तहत 50 चिकित्सकों की नियुक्ति की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है। शीघ्र ही जिले वासियों को इन चिकित्सकों की सेवा का लाभ प्राप्त होगा। साथ ही जिले में आमजनों की चिकित्सा संबंधी आवश्यकताओं को पूर्ण करने के संबंध में गंभीरता से कार्य किया जा रहा है।

शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान माननीय अध्यक्ष महोदय ने यह निर्देश दिया कि विद्यालयों को उत्क्रमित करने से संबंधी प्रस्ताव भेजने के पूर्व माननीय जनप्रतिनिधियों से चर्चा करने के उपरांत ही कोई कार्रवाई करें। उन्होंने शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत निजी विद्यालयों में जरूरतमंद एवं गरीब विद्यार्थियों को 25% नामांकन की प्रगति के संबंध में भी संबंधित अधिकारियों से समीक्षा की।

वन विभाग की समीक्षा के दौरान माननीय अध्यक्ष महोदय ने यह स्पष्ट निर्देश दिया कि विकास कार्यों हेतु वृक्ष काटे जाने पर नियमानुसार वृक्षारोपण करना भी हम सभी का दायित्व है। हाथियों के मामले में उन्होंने कहा कि हाथियों की आवश्यकता के अनुसार स्थल चिन्हित कर वहां उन्हें रोकने का कार्य किया जा सकता है। ताकि जान-माल की क्षति से बचा जा सके।

गृह विभाग की समीक्षा के दौरान माननीय अध्यक्ष महोदय ने कहा कि शांति समिति में के सदस्यों का प्रमुख दायित्व यह है कि विपरीत परिस्थिति में प्रशासन का सहयोग सुनिश्चित करें। कई बार ऐसा देखा गया है कि शांति समिति में दागी छवि वाले व्यक्ति भी सदस्य बन जाते हैं। उन्होंने उपायुक्त, धनबाद को सभी शांति समितियों का रिव्यु कर नए सिरे से शांति समिति गठित करने का निर्देश दिया। साथ ही विभिन्न थानों के मालखानों में बेकार पड़ी सामग्रियों का उचित प्रबंधन करने का भी निर्देश दिया।

आपदा प्रबंधन विभाग की समीक्षा के दौरान माननीय अध्यक्ष महोदय ने सड़क दुर्घटना, वज्रपात, डोभा में डूबने इत्यादि के कारण मृतक व्यक्तियों के परिजनों को यथाशीघ्र नियमानुसार मुआवजा भुगतान करवाने का निर्देश दिया।

बैठक के दौरान माननीय अध्यक्ष महोदय ने राष्ट्रीय उच्च पथ, ग्रामीण विकास विभाग, पथ निर्माण विभाग तथा अन्य एजेंसियों द्वारा बनाए जा रहे पथों एवं विभिन्न पथों की मरम्मती के संबंध में विस्तृत समीक्षा की। साथ ही विभिन्न पथों हेतु भूमि अधिग्रहण के संबंध में भी विस्तार से समीक्षा की।

बैठक में माननीय अध्यक्ष महोदय को यह अवगत कराया गया कि कल्याण विभाग द्वारा शत-प्रतिशत लाभुकों को छात्रवृत्ति की राशि प्रदान की गई है। इस संबंध में उन्होंने उपायुक्त, धनबाद को जांच कर जिला कल्याण पदाधिकारी को प्रशस्ति पत्र देने का निर्देश दिया।

बैठक में माननीय अध्यक्ष महोदय ने कहा कि मेरे कार्य करने का तरीका भिन्न है। मुझे दिए गए सभी प्रतिवेदन स्पष्ट एवं पारदर्शी होने चाहिए। खानापूर्ति नहीं चलेगी। कुछ विभागों द्वारा अस्पष्ट प्रतिवेदन देने के कारण उन्होंने नाराजगी व्यक्त की तथा कहा कि अगली बैठक से 3 से 4 दिन पूर्व सभी प्रतिवेदन उनके कार्यालय में समर्पित करना सुनिश्चित करें। आते ही बैठक में अनुपस्थित पदाधिकारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

सहकारिता विभाग की समीक्षा के दौरान और अस्पष्ट प्रतिवेदन देने के कारण माननीय अध्यक्ष महोदय ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की तथा धान का बीज वितरण एवं उर्वरक वितरण की जांच करने का निर्देश उपायुक्त, धनबाद को दिया।

बैठक में माननीय अध्यक्ष महोदय ने ग्रामीण विकास विभाग, जल संसाधन विभाग, उत्पाद विभाग, कृषि विभाग, सामाजिक सुरक्षा विभाग, श्रम एवं नियोजन विभाग, नगर एवं आवास विभाग, विद्युत विभाग, परिवहन विभाग, खनन विभाग, शिक्षा विभाग सहित सभी विभागों द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की बिंदुवार समीक्षा विस्तार से की।

बैठक में माननीय मंत्री श्री बन्ना गुप्ता, माननीय विधायक टुंडी श्री मथुरा प्रसाद महतो, माननीय विधायक निरसा श्रीमती अपर्णा सेनगुप्ता, माननीय विधायक धनबाद श्री राज सिन्हा, माननीय विधायक बाघमारा श्री ढुल्लू महतो, माननीय विधायक झरिया श्रीमती पूर्णिमा सिंह, माननीय सांसद धनबाद एवं गिरिडीह के प्रतिनिधि, माननीय जिला परिषद अध्यक्ष श्री डब्ल्यू बाउरी, उपायुक्त, वरीय पुलिस अधीक्षक, उप विकास आयुक्त, वन प्रमंडल पदाधिकारी, अपर समाहर्ता, जिला योजना पदाधिकारी, निदेशक डीआरडीए, अपर जिला दंडाधिकारी सहित सभी विभागों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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