प्रत्येक पंचायत में स्थापित होंगे औषधि विक्रय संस्थान
किसी भी बीमारी के इलाज हेतु औषधियों की उपलब्धता एक महत्वपूर्ण घटक है। राज्य के सभी नागरिकों तक आवश्यक औषधियों को उपलब्ध कराना सरकार की महत्वपूर्ण प्राथमिकताओं में से एक है। झारखंड राज्य एक आदिवासी बहुल क्षेत्र है, जहां अधिकांश जनसंख्या सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है। जिसे ससमय चिकित्सा सुविधा के साथ-साथ आवश्यक औषधियों की समय पर उपलब्धता अत्यंत आवश्यक है।
ग्रामीण क्षेत्रों में औषधियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु प्रत्येक ग्राम पंचायत के सुदूर ग्रामों में कम से कम एक औषधि विक्रय संस्थान की स्थापना जनहित में करने का निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिया गया है।
राज्य के प्रत्येक ग्राम पंचायत में सुदूर ग्रामों में वैसी औषधियों की बिक्री हेतु जिसके लिए फार्मासिस्ट की उपलब्ध उपस्थिति अनिवार्य नहीं है, वहां के इच्छुक व्यक्ति 15 दिसंबर तक विहित प्रपत्र में संबंधित मुखिया अथवा पंचायत सचिव को आवश्यक विवरण के साथ आवेदन दे सकते हैं।