भीम सेना के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को मनुस्मति का दहन कर विरोध प्रदर्शन किया।

0

धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर एकत्र होकर दर्जनों कार्यकर्ताओं ने सामुहिक रूप से मनुस्मृति पुस्तक का प्रतीकात्मक दहन किया। मालूम हो कि मनुस्मृति में महिलाओं और दलितों को हेय दृष्टि से देखते हुए ।उन्हें ताडन का अधिकारी बताती हैं।बाबासाहेब ने 1927 में जो मनुस्मृति जलाई थी।वह अकेली एक पुस्तक से घृणा होने के कारण नहीं, बल्कि इसे अन्य तमाम स्मृतियों और किताबों का प्रतिनिधि ग्रंथ मानकर की थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *