बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के कुलपति ने मीडिया के सामने विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार की पोल खोली

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चंदन पाल की रिपोर्ट
कलम पकड़ने वाले हाथ अब तलवार उठाने को विवस हो चले है। दरअसल बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय (बीबीएमकेयू) के कुलपति सुखदेव भोई ने मंगलवार को विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकाली। इसके साथ ही करीब 180 करोड़ रुपये की लागत से धनबाद के भेलाटांड में बन रहे बीबीएमकेयू के नए भवन में व्याप्त कमियों को भी उजागर किया।
बीबीएमकेयू के कुलपति सुखदेव भोई ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ आग उगलते हुए कहा- ‘यहाँ के इक्जाम सेक्शन, फाइनेंस सेक्शन जैसी जगहों पर भारी मात्रा में भ्रष्टाचार व्याप्त है। मेरे आने के बाद करीब करीब 90 प्रतिशत करप्शन कम हुआ है, जो भृष्टाचारी बचे है उन्हें मैने साफ शब्दों में कह दिया है यदि वो भ्रष्टाचार करते हुए पकड़े जाएंगे तो मैं उनका हाथ काट दूंगा’। उन्होंने कहा- ‘यह विश्वविद्यालय जिस रास्ते पर चल पड़ा उसके बाद यह विश्वविद्यालय कभी तरक्की नही कर सकता। इस विश्वविद्यालय में कोई पढ़ाई-लिखाई नही होती है। शायद मेरे ऊपर ईश्वर की कृपा है इसलिए मैं यहाँ के कामो को संभाल पा रहा हूँ, अन्यथा यह विश्वविद्यालय बर्बाद था, बर्बाद है और आगे भी यह बर्बाद ही रहेगा।’
इसके साथ ही करीब 180 करोड़ रुपये की लागत से धनबाद के भेलाटांड में बन रहे बीबीएमकेयू के नए भवन में व्याप्त कमियों को उजागर करते हुए कहा- ‘नए भवन का प्लास्टर अभी सही ढंग से पूरा नही हो पाया है। नए भवन के हैंडओवर से पहले ही भवन के दीवारों पर दरारे पड़ने लगी है। छतों से पानी टपकता है। पीने के पानी की समस्या है। सही ढंग से अभी तक भवन का फिनिसिंग भी नही हो पाया है। यदि सुबह-शाम भी काम किया गया तो भी भवन का काम अपने समय पर पूरा नही हो सकता। इसे पूरा होने में अभी भी करीब एक वर्ष का समय लगेगा।’ उन्होंने बताया कि ‘इतना पैसा लगने के बाद भी भवन में बिजली नही है। बिजली के सभी काम अधूरे पड़े है और इसका कारण है यहाँ बिजली के महंगे केबल की हो रही चोरी, जो दिनदहाड़े और लगातार हो रही है। यहाँ चोरी करने वाले चोर भी बाहर के नही है, बल्कि भीतर का ही कोई चोर है।

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