धनबाद के चयनित तीन सरकारी माॅडल स्कूल में दक्ष प्रिंसिपल एवं शिक्षकों के समायोजन को लेकर पत्र
मनीष रंजन की रिपोर्ट
झारखंड सरकार ने दिल्ली सरकार की तर्ज पर राज्य में 84 स्कूलों में सीबीएसई पैटर्न से माॅडल स्कूल की तरह अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कराने की शुरुआत कर दी है। इसके लिए अंग्रेजी टीचर्स एवं प्रिंसिपल की भी जरूरत है ताकि अंग्रेजी स्कूल में पढने वाले बच्चों एवं माता पिता का रूझान सरकार के माॅडल स्कूल की तरफ हो। धनबाद के सामाजिक कार्यकर्त्ता और लोकहक मानव सेवा काउंसिल तथा झारखंड अभिभावक महासंघ के केंद्रीय उपाध्यक्ष कुमार मधुरेंद्र सिंह ने झारखंड राज्य में सरकारी माॅडल स्कूल की भेंट देने के लिए धन्यवाद दिया है तथा उन्होंने सरकार के मातहत अधिकारियों से इस तरह के स्कूलों में प्रिंसिपल एवं शिक्षक, शिक्षिकाओं की प्रतिनियुक्ति करें जो सीबीएसई के पाठ्यक्रम को अंग्रेजी माध्यम से पढा सकें जिससे उस विधालय में अभिभावक अपने बच्चों के नामांकन कराने में हिचकिचाहट न हो। अगर इन विशेष विधालयों में पढ़ाई की गुणवत्ता में बढ़ोतरी दिखेगी तो सरकार के प्रयासों की वाहवाही होगी और लोगों का अपने बच्चों के पढ़ाई को लेकर सिर्फ प्राइवेट स्कूल के तरफ आकर्षण कम होगा और कम पैसे में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी मिलेगी। उन्होंने धनबाद उपायुक्त से जिले के चयनित तीन विधालय जिला स्कूल, बाबूडीह, एसएसएलएनटी स्कूल एवं कस्तूरबा विधालय, निरसा में जल्द से जल्द दूसरे विधालय से अंग्रेजी माध्यम से पढाने वाले शिक्षकों को समायोजित करने की मांग की है।उन्होंने पत्र की प्रति उपविकास आयुक्त, धनबाद, जिला शिक्षा अधीक्षक, जिला शिक्षा पदाधिकारी, धनबाद एवं जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, धनबाद को इस विषय पर विचार कर निर्णय लेने के लिए दी है।