पीजी की पढ़ाई धनबाद के दो एवं बोकारो के एक कॉलेज में फिर से शुरू करने को लेकर राज्यपाल को पत्र
मनीष रंजन की रिपोर्ट
धनबाद के बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय अपनी कार्यशैली से पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में है। स्नातक सेमेस्टर वन के एमआईएल विषय में मार्क्स ग्रेडिंग में अंतर से 70% बच्चे फेल हो गए हैं। इसके विरोध में पिछले दिनों छात्र संगठन ने आंदोलन भी किया था। छात्रों की बातों को धनबाद के सामाजिक कार्यकर्त्ता और लोकहक मानव सेवा काउंसिल तथा झारखंड अभिभावक महासंघ के केंद्रीय उपाध्यक्ष कुमार मधुरेंद्र सिंह ने बीबीएमकेयू के परीक्षा नियंत्रक को पत्र लिखकर ईमेल कर उस पर संज्ञान लेकर निर्णय लेने की अपील की थी।आज कुमार मधुरेंद्र सिंह ने बीबीएमकेयू के कुलाधिपति राज्यपाल को पत्र लिखकर ईमेल किया है जिसमें उन्होंने धनबाद एवं बोकारो के अन्य कालेजों में भी स्नातकोत्तर की पढ़ाई शुरू कराने की मांग की है ताकि छात्र-छात्राओं को अपने नजदीक कालेजों में पढ़ने का विकल्प हो। धनबाद के लोगों के लिए धनबाद के विश्वविद्यालय में पीजी की पढ़ाई करना आसान है लेकिन बोकारो के बच्चों के लिए वहां से आकर पढ़ाई करना एक बड़ी समस्या है। सारा दिन आने जाने में ही लग जाता है। धनबाद और बोकारो जैसे औद्योगिक शहर में विधार्थियों की संख्या बहुत है। अगर उन्हें नजदीक में स्नातकोत्तर की पढ़ाई का विकल्प मिलेगा तो वो निश्चित रूप में बीबीएमकेयू से ही स्नातकोत्तर की पढ़ाई करेंगे और अपने विश्वविद्यालय का नाम आगे बढायेंगे। उन्होंने कुलाधिपति से कुलपति के आदेश जिसमें धनबाद के दो कॉलेजों एवं बोकारो के एक कॉलेज में पीजी की पढ़ाई बंद कर दी गई है उसे फिर से चालू करने का निर्देश देने की अपील की है ताकि छात्र-छात्राओं को सहुलियत हो सके। उन्होंने धनबाद में विश्वविद्यालय की ओर से बस सेवा चालू करने की मांग की है जिससे आने जाने में कम पैसे में ही आ जा सकें।
कुमार मधुरेंद्र सिंह ने पत्र की प्रति मुख्यमंत्री, झारखंड सरकार, प्रधान सचिव, उच्च शिक्षा,श्री राहुल पुरवार एवं प्रधान सचिव, राज्यपाल, झारखंड को भी दी है ताकि इस विषय पर विचार कर जल्द निर्णय लिया जा सके।