एसएनएमएमसीएच में डेंगू किट की उपलब्धता को लेकर स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर ईमेल किया कुमार मधुरेंद्र सिंह ने

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मनीष रंजन की रिपोर्ट

झारखंड की आर्थिक राजधानी एवं देश की कोयला राजधानी के नाम से मशहूर धनबाद शहर अब सिर्फ कुव्यवस्था का शिकार होकर रह गया है। इस शहर में नगर निगम के द्वारा संग्रह किये जाने वाले कचड़े के निष्पादन की व्यवस्था भी नहीं है जो इस बरसात में बिमारियों को आमंत्रित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। जब बरसात का मौसम है तो बीमारियां तो आयेंगी ही लेकिन इस मौसम में होने वाली बीमारियों की जांच के लिए सरकारी अस्पताल एसएनएमएमसीएच में कीट भी उपलब्ध नहीं है। ऐसी हालत तब है जब राज्य के स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री श्री बन्ना गुप्ता धनबाद जिले के प्रभारी मंत्री हैं।

राज्य के तीन सरकारी अस्पतालों में शुमार एसएनएमएमसीएच में डेंगू बुखार की जांच के लिए आवश्यक किट उपलब्ध नहीं है। ऐसे हालात में डेंगू से पीड़ित मरीजों को प्राइवेट लैब में जांच करवाने की जरूरत पड़ती है जो खर्चीली होती है। निजी जांच घर वाले ₹1500/- चार्ज करते हैं जो आम आदमी के पहुंच से बाहर है। अखबार में छपे इस खबर को टैग करते हुए धनबाद के सामाजिक कार्यकर्त्ता और लोकहक मानव सेवा काउंसिल के केंद्रीय उपाध्यक्ष कुमार मधुरेंद्र सिंह ने राज्य के स्वास्थ्य एवं आपदा मंत्री तथा धनबाद जिला प्रभारी श्री बन्ना गुप्ता को डेंगू बुखार की जांच के लिए किट जल्द से जल्द उपलब्ध कराने के लिए दी है। विडम्बना यह है कि धनबाद के एसएनएमएमसीएच में डेंगू बुखार की जांच की मशीन लगी हुई है लेकिन किट की उपलब्धता नहीं है।

कुमार मधुरेंद्र सिंह ने धनबाद में नगर निगम के अंतर्गत पड़ने वाले सभी 55 वार्ड में मलेरिया एवं डेंगू से बचने के लिए फाॅगिंग करने के लिए लिखा है। बरसात के मौसम में मच्छर जनित बुखार मलेरिया एवं डेंगू होते हैं जिसे कम करने के लिए फाॅगिंग की आवश्यकता होती है जो नगर निगम नहीं करा रही है। उन्होंने धनबाद नगर निगम के पदाधिकारियों पर कागज पर ही फॉगिंग करवाने या किसी विशेष मोहल्लों तक ही सीमित रखने का आरोप लगाया है। उन्होंने ग्रामीण इलाकों में भी डेंगू एवं मलेरिया मच्छरों के प्रकोप को कम करने के लिए फॉगिंग करवाने का अनुरोध भी किया है।

उन्होंने पत्र की प्रति मुख्यमंत्री, झारखंड सरकार, अपर मुख्य सचिव ,स्वास्थ्य विभाग, झारखंड सरकार, प्रधान सचिव, नगर विकास विभाग, झारखंड सरकार, सांसद, धनबाद, उपायुक्त, धनबाद, धनबाद जिले के सभी विधायक, नगर आयुक्त, धनबाद, सिविल सर्जन, धनबाद, सभी निवर्तमान पार्षद एवं ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिनिधियों को भी पहल करने के लिए दी है।

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