विधुत वितरण ट्रांसफार्मर को घेरने की जरूरत को लेकर कुमार मधुरेंद्र सिंह ने प्रधान सचिव को पत्र लिखकर ईमेल किया

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मनीष रंजन की रिपोर्ट

धनबाद जो देश की कोयला राजधानी के साथ-साथ झारखंड की आर्थिक राजधानी भी कहलाती है तथा जिसकी शहरी आबादी चौदह लाख के करीब है तथा जिले की आबादी तीस लाख के करीब है लेकिन लोगों को बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता अब भी नहीं है। जिसकी वजह विभागीय लापरवाही ही है। चौदह लाख वाले औद्योगिक शहर में बिजली की खपत भी बहुत है लेकिन बिजली व्यवस्था एवं रखरखाव के प्रति विभागीय जिम्मेवारी का घोर अभाव है। सभी ट्रांसफार्मर यत्र-तत्र बेतरतीब तरीके से लगे हुए हैं। उनसे गिरती चिंगारी या रिसते हुए तेल की ओर बहुत कम ध्यान जाता है। लोग ट्रांसफार्मर के नीचे दुकानें लगा कर व्यवसाय करते हैं। लोग ट्रांसफार्मर के पोल से प्लास्टिक या तिरपाल लगा कर बेधड़क व्यवसाय करते हैं जिसे रोकने वाला विभाग अपने कर्तव्य को अनदेखा कर देता है जिसके फलस्वरूप घटनायें घटती रहती है।

दो दिन पहले धनबाद के धैया क्षेत्र में बिजली के पोल से करंट लग जाने की वजह से एक छह वर्षीय मां के इकलौते बालक की मौत हो गई जिसके बाद एक बार फिर सुरक्षित बिजली संरचना पर सवाल खड़ा हो गया है। इसे ही देखते हुए धनबाद के सामाजिक कार्यकर्त्ता और लोकहक मानव सेवा काउंसिल के केंद्रीय उपाध्यक्ष कुमार मधुरेंद्र सिंह ने झारखंड विधुत वितरण निगम लिमिटेड के प्रधान सचिव सह अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर ईमेल कर धनबाद शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में लगे ट्रांसफार्मर को घेर कर सुरक्षा प्रदान करने की अपील की है। उन्होंने लिखा है कि मैंने इस संदर्भ में धनबाद विधुत वितरण निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक को कई बार बैठक में सुझाव भी दिया था जिस पर वो विभाग में विचार करने की बात कही थी। झारखंड के पड़ोसी राज्य ओड़िशा में बिजली के ट्रांसफार्मर के चारों तरफ लोहे के एंगल से घेराव कर लोगों को सुरक्षित रखा जाता है। झारखंड भी शहरी क्षेत्र में कम से कम ट्रांसफार्मर को घेर कर लोगों को सुरक्षित रखने की पहल होनी चाहिए। ऐसे में असामयिक मौत से लोगों को बचाया जा सकता है। साथ ही साथ खुले में रहने वाले जानवरों को भी विधुत संपर्क में आने से बचाया जा सकता है।

उन्होंने पत्र की प्रति को ईमेल कर उपायुक्त, धनबाद, सचिव, झारखंड विधुत नियामक आयोग एवं महाप्रबंधक, झारखंड विधुत वितरण निगम लिमिटेड, धनबाद को जानकारी दी है।

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