भाई बहन एवं प्रकृति पर्व करमा जावा डाला के विसर्जन के साथ संपन्न
चंदन पाल की रिपोर्ट
धनबाद : भादो महीना के शुक्ल पक्ष में द्वादशी पर प्रकृति का पर्व करमा पर जावा डाला विसर्जन के साथ धनबाद जिले में धूमधाम से संपन्न हो गया।झारखंड की प्रकृति पूजा एवं भाई बहनों का पावन पर्व करमा झारखंड के आदिवासी एवं मूलवासी का पारंपरिक त्यौहार है जो राज्य के ग्रामीण इलाकों के साथ-साथ शहरी इलाकों में भी मनाया जाता है। करमा में बहनें प्रकृति पूजा एवं अपने भाइयों की लंबी उम्र, सेहत और सुख समृद्धि के लिए व्रत रखती है।करमा के उपलक्ष्य पर सरायढेला, मनईटांड़, करमाटांड़, सुगियाडीह, बरवाअड्डा, सिजुआ, तेलीपाड़ा , भुदा, कोलाकुसमा, प्रेमचंद नगर , जगजीवन नगर समेत जिले के विभिन्न क्षेत्रों में करमा समिति की सभी बहनों ने रात भर करमा डाल के चारों और घूम घूम कर करमा गीत पर नृत्य कर भाई और बहन के अटूट बंधन के पावन पर्व को मनाया।सुबह गाजे बाजे के साथ भाई के लिए व्रत रखी बहने पारंपरिक पोशाक में नृत्य करते हुए जगजीवन नगर ,प्रेमचंद नगर ,पुलिसलाइन होते हुए जावा डाला को जे सी मल्लिक स्थित खोकन तालाब में विसर्जित किया।