पहला कदम स्कूल ने गिरिडीह जिले की दिव्यांग महिला को मदद कर अपना दायित्व निभाया
मनीष रंजन की रिपोर्ट
पहला कदम स्कूल जो दिव्यांग एवं विशेष बच्चों के स्कूल में धनबाद में न सिर्फ दिव्यांग बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए काम करती है बल्कि सामाजिक दायित्व का पालन करते हुए दिव्यांग बच्चों एवं लोगों के दिव्यांग सर्टिफिकेट एवं कैंप लगाकर विभिन्न समस्याओ के समाधान में भी सहयोग करती है। पहला कदम स्कूल की सचिव श्रीमती अनिता अग्रवाल अपनी क्रियाकलापों से हमेशा खबरों में भी रहती हैं। उनकी सहयोग करने की दृढ इच्छा शक्ति हमेशा प्रेरणा देती है।
आज ऐसी ही एक महिला जो गिरिडीह जिले के डुमरी प्रखंड के जीतकुंडी गांव की रहने वाली मोहनी देवी जिनका दिव्यांग सर्टिफिकेट 15 साल पुराना होने के बावजूद कोई सरकारी सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा था। सचिव श्रीमती अनिता अग्रवाल ने बताया कि मैंने तत्काल उनका रेलवे पास बनवा दिया जिसे पाकर वह खुशी से फुले नहीं समा रही थी। उन्होंने कहा की पहला कदम स्कूल स्थानीय स्तर पर दिव्यांग कमिटी का सदस्य भी है जिसे उपायुक्त, सिविल सर्जन एवं समाज कल्याण पदाधिकारी दिव्यांग जनों को मदद करने के लिए रहते हैं। महिला मोहनी देवी के साथ आये बेटे को पहला कदम परिवार से दीपावली के उपलक्ष्य पर नये कपड़े भेंट किए गए।