वृद्धाश्रम सहित विशेष लोगों के लिए विशेष एंबुलेंस की मांग कोल इंडिया चेयरमैन से समाजसेवी मधुरेंद्र सिंह ने पत्र लिखकर की
मनीष रंजन की रिपोर्ट
आधुनिक जीवन जीने की ललक ने लोगों में संवेदना की कमी हो गई है जिसके फलस्वरूप लोग अपने माता पिता की जिम्मेवारी लेने में हिचक रहें हैं। ऐसे में बुजुर्ग लोगों के लिए हर शहर में सरकार के सहयोग से या निजी सहयोग से कई वृद्धाश्रम चल रहें हैं। धनबाद जैसी कोल नगरी सहित देश के विभिन्न कोलफील्ड शहरों में वृद्ध जनों के आकस्मिक स्वास्थ्य की जरूरत को लेकर एंबुलेंस की सुविधा नहीं है। कोल इंडिया की अनुषंगी इकाई बीसीसीएल जो धनबाद शहर और आसपास में है और यहां भी वृद्धाश्रम, मंद बुद्धी दिव्यांग जनों के आश्रम, कुष्ठ रोगियों के आश्रम भी बहुतायत में हैं। वहां पर रह रहे लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधा की उपलब्धता नहीं के बराबर थी। उनलोगों के समय समय पर स्वास्थ्य परीक्षण के लिए धनबाद के सामाजिक कार्यकर्त्ता और लोकहक मानव सेवा काउंसिल के केंद्रीय उपाध्यक्ष कुमार मधुरेंद्र सिंह धनबाद के सिविल सर्जन से गुजारिश कर कैंप का आयोजन कराते हैं। उस जगह कैंप लगने से उनलोगों का स्वास्थ्य परीक्षण हो जाता है। आकस्मिक अवस्था होने पर झारखंड सरकार के एंबुलेंस 108 भी समय पर उपलब्ध नहीं हो पाता है ऐसे में धनबाद में स्थित बीसीसीएल, इसीएल एवं सीसीएल अपने सामाजिक दायित्व के अंतर्गत एक एंबुलेंस जिला प्रशासन को इन विशेष लोगों को उपलब्ध कराने के लिए कुमार मधुरेंद्र सिंह ने कोल इंडिया के चेयरमैन श्री पी एम प्रसाद जो पूर्व में बीसीसीएल के सीएमडी भी रह चूकें हैं को पत्र लिखकर ईमेल कर उन्हें कोल इंडिया के सभी अनुषंगी इकाईयों वाले क्षेत्रों में सीएसआर के अंतर्गत एक एक एंबुलेंस मिले जो आकस्मिक स्थिति में काम आ सके।
उन्होंने पत्र की प्रति देश की राष्ट्रपति महोदया, प्रधानमंत्री, भारत सरकार, मुख्यमंत्री, झारखंड सरकार, स्वास्थ्य मंत्री, झारखंड सरकार, सीएमडी, बीसीसीएल, इसीएल एवं सीसीएल, प्रधान सचिव, समाज कल्याण विभाग झारखंड सरकार, उपायुक्त, धनबाद एवं अन्य जिलों के, सिविल सर्जन, धनबाद सहित अन्य जिलों सहित धनबाद सहित अन्य जिलों के एनजीओ के प्रबंधन को दी है।