स्कूल बस, स्कूल वैन एवं एंबुलेंस में कैमरे लगाने को लेकर समाजसेवी कुमार मधुरेंद्र सिंह ने डीटीओ को पत्र लिखकर ईमेल किया
मनीष रंजन की रिपोर्ट
आज के आधुनिक युग में सार्वजनिक जगह या निजी जगह पर वहां की स्थिति को देखने के लिए कैमरे लगाए जा रहें हैं। कभी कोई घटना घटित होने पर तथ्यों का पता कैमरे में कैद किए गए क्षण के आधार पर किए जाते हैं। आज कल बसों एवं गाड़ियों में भी कैमरे लगाए जा रहें हैं। कैश लेकर चलने वाली गाड़ियों के लिए यह आवश्यक हो गया है। आये दिन स्कूल की बसों या स्कूल वैन किसी दुर्घटना की शिकार हो रही है। इसमें कई बार ड्राइवर की लापरवाही की वजह भी होती है। अभी कल ही धनबाद में एक घटना घटी जिसमें स्कूल बस के चालक ने स्नातक की छात्रा जो स्कूटी से जा रही थी को पीछे से धक्का मार दिया जिसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। इसमें स्कूल बस चालक बच्चों से भरी बस को छोड़कर भाग गया।
इसी मुद्दे को लेकर धनबाद के सामाजिक कार्यकर्ता और लोकहक मानव सेवा काउंसिल के केंद्रीय उपाध्यक्ष कुमार मधुरेंद्र सिंह ने धनबाद के जिला परिवहन पदाधिकारी को पत्र लिखकर ईमेल कर धनबाद जिले में चल रहे सभी स्कूली बस, प्राईवेट स्कूल वैन एवं एंबुलेंस में अंदर और बाहर कैमरा लगाने के लिए आदेश जारी करें ताकि सड़क पर घटित घटनाओं एवं एंबुलेंस के अंदर की स्थिति की जानकारी जरूरत पड़ने पर मिल सके। देखा गया है कि एंबुलेंस शवों को ले जाने का काम कर रही है जबकि शव को लेकर जाने के लिए विशेष गाड़ी हर्स होती है।
उन्होंने पत्र की प्रति मुख्यमंत्री, झारखंड सरकार, स्वास्थ्य मंत्री, झारखंड सरकार, परिवहन मंत्री, झारखंड सरकार प्रधान सचिव, झारखंड सरकार, प्रधान सचिव, पथ निर्माण विभाग, उपायुक्त, धनबाद, वरीय पुलिस अधीक्षक, धनबाद, यातायात पुलिस उपाधीक्षक, धनबाद, जिला शिक्षा अधीक्षक, धनबाद, जिला शिक्षा पदाधिकारी,धनबाद, कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण विभाग, धनबाद के सभी निजी विद्यालयों के प्राचार्यों को भी दी है।