भारतीय संगीत शिक्षायतन एवं मंथन म्यूजिक क्लब आईआईटी-आईएसएम के द्वारा सांस्कृतिक संध्या का आयोजन
चंदन पाल की रिपोर्ट
धनबाद : शनिवार की शाम स्व पंडित महापुरुष मिश्रा तथा स्व तापती मिश्रा की याद में भारतीय संगीत शिक्षायतन तथा आईआईटी-आईएसएम के मंथन म्यूजिक क्लब द्वारा गोल्डन जुबली लेक्चर थिएटर हॉल, आईआईटी-आईएसएम,धनबाद में हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत संध्या “श्रद्धा” का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश रजनीकांत पाठक, आईआईटी-आईएसएम के निदेशक प्रोफेसर जे के पटनायक, उप निदेशक प्रोफेसर धीरज कुमार, भारतीय संगीत शिक्षायतन के संस्थापक सदस्य बी के श्रीवास्तव तथा अरुप दत्ता द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर तथा मुख्य अतिथियों को शाॅल तथा फूलों का गुलदस्ता द्वारा सम्मानित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।
तत्पश्चात भारतीय संगीत शिक्षायतन,धनबाद के संगीत शिक्षक सूरज दत्ता तथा छात्र-छात्रा के द्वारा समूह गीत प्रस्तुत किया गया। तबले पर करुणामॉय मुखर्जी तथा अचिन्तो बनर्जी ने संगत दिया।
कार्यक्रम की शुरुआती आईआईटी-आईएसएम के “मंथन” ग्रुप से सुश्री सुकृति सरकार ने भजन पेश किया जिसमें हारमोनियम पर कुषाण सेनगुप्ता तथा तबले पर भास्कर रंजन डे के द्वारा संगत दिया गया।
भारतीय संगीत शिक्षायतन के कत्थक नृत्य शिक्षिका वैशाली सिंह राठौर द्वारा निर्देशित छात्राओं ने मनमोहक नृत्य पेश किया। जिसमे गायन डिनोबिली स्कूल, धनबाद के संगीत शिक्षक इंद्रजीत चटर्जी तथा तबले पर दिल्ली पब्लिक स्कूल, बोकारो से भास्कर रंजन डे के द्वारा संगत दिया गया।
संगीत संध्या में सुप्रसिद्ध गायिका लबनी दत्ता ने राग कलावती पेश किया जिसमें हारमोनियम पर डिनोबिली स्कूल, सिंदरी के संगीत शिक्षक श्री रविशंकर चक्रवर्ती तथा तबले पर संस्था के करुणामय मुखर्जी थे।
कोलकाता से शास्त्रीय संगीत के प्रतिष्ठित गायक अर्ची भट्टाचार्य द्वारा हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत शैली में मधुर राग चरुकेशी, होली के शुभ अवसर पर होरी ठुमरी तथा बंगला राग प्रधान गीत “चोले जाओ-चोले जाओ” के गायन तथा संगतकारिता में हार्मोनियम पर रविशंकर चक्रवर्ती, तानपुरा पर कुषाण सेनगुप्ता तथा आविर्भाव बासु तथा तबले पर कौशिक दास का सराहनीय संगत से हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की मधुर तथा उल्लेखनीय प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
सितार तथा शरोद की जबरदस्त जुगलबंदी में रांची के सितार वादक देबोप्रिय ठाकुर और शोहरत प्राप्त शरोद वादक सुभाब्रता चटर्जी तथा तबले पर संगत कौशिक दास तथा भास्कर रंजन डे के द्वारा जुगलबंदी की प्रस्तुति से उपस्थित दर्शकों का मन जीत लिया।
इस अवसर पर उद्घोषणा तथा मंच संचालन श्रीमती बरनाली गुप्ता द्वारा किया गया तथा धन्यवाद ज्ञापन में सभी सम्मानित अतिथियो, आदरणीय कलाकारों, प्रिंट और डिजिटल मीडिया के साथियों तथा श्रोतागणों के उपस्थिति के लिए धन्यवाद देते हुए आभार प्रकट किया गया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में कौशिक दास, अचिन्तो बनर्जी, करुणामोय मुखर्जी, संजय सेनगुप्ता, भास्कर रंजन डे तथा अरिन्दम बासु का सराहनीय प्रयास रहा।