धनबाद के सभी पशुओं की टैगिंग करने के लिए समाजसेवी कुमार मधुरेन्द्र सिंह ने नगर आयुक्त को लिखा पत्र
मनीष रंजन की रिपोर्ट
धनबाद में पशुओं विशेष कर सांड़ एवं कुत्ते का आतंक लगातार बढ रहा है। धनबाद शहर के हर सड़कों पर इनका कब्जा है। ये पशु सड़क पर चलने वालों पर हमला करते हैं जिससे लोग घायल हो जाते हैं तथा कभी कभी आक्रमण करने से लोगों की मौत भी हो गयी है। दो दिन पहले एक महिला पर आक्रमण करने से उनकी मौत हो गई थी। जिसके बाद लोगों के विरोध पर धनबाद के नगर आयुक्त ने एक बार फिर से आवारा पशुओं को पकड़कर स्थानीय गौशाला को सुपुर्द करने की बात कही है।
धनबाद के सामाजिक कार्यकर्त्ता और लोकहक मानव सेवा काउंसिल के केंद्रीय उपाध्यक्ष कुमार मधुरेंद्र सिंह इस विषय को लेकर धनबाद के पशुपालन विभाग के पदाधिकारियों सहित झारखंड के पशुपालन सचिव तक को पत्र लिखकर ईमेल कर पहले सभी पशुओं की जियो टैगिंग कर उन पर निगरानी रखने की बात कही थी। उस पर उस वक्त राज्य स्तर से इस पर विचार करने की बात कही गई थी। लेकिन अब तक इस ओर कोई पहल नहीं की गई है। इसके अंतर्गत सभी पशु मालिकों से मिलकर उनके पशुओं की टैगिंग की जाती है तो सड़क पर खुले में घूमने वाले पशु की निगरानी की जा सकती है और उस पशु मालिकों पर जुर्माना लगाया जा सकता है। जुर्माना लगने के डर से गौ पालक अपनी गायों एवं बछड़ों को सड़क पर नहीं छोड़ेंगे जिससे सड़कों पर होने वाली जानवर की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं में कमी आयेगी और पशुओं की दुर्घटनाओं में मौत भी नहीं होगी। जहां तक सांड़ की बात है तो उसकी भी टैगिंग कर उसे गोशालाओं में रखकर उसके द्वारा होने वाले उत्पातों में कमी की जा सकती है। कुमार मधुरेंद्र सिंह ने धनबाद के नगर आयुक्त को पशुपालन विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर सभी पशुओं की टैगिंग करने का आग्रह किया है ताकि सभी पशुओं की निगरानी की जा सके।