हाईवे पर बने मुख्यमंत्री दाल भात केंद्र प्रवासी श्रमिकों के लिए साबित हो रहे हैं वरदान
वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण घोषित लॉकडाउन में सैंकड़ों प्रवासी श्रमिकों का दूसरे राज्यों एवं जिलों से धनबाद में आना जाना लगा हुआ है। ऐसे प्रवासी श्रमिकों के लिए हाईवे पर मुख्यमंत्री दाल भात केंद्र की शुरुआत की गई है। इन केंद्रों पर प्रवासी श्रमिकों को निशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जाता है। साथ ही यहां पर वे कुछ समय के लिए आराम फरमा सकते हैं।
ऐसा ही एक मुख्यमंत्री दाल भात केंद्र राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 2 पर राजपुरा (जगदम्बा पेट्रोल पंप के पास) में स्थित न्यू शेर-ए-पंजाब होटल में संचालित किया जाता है। इसका संचालन कुमारडुबी की नारी स्वयं सहायता समूह द्वारा किया जाता है।
न्यू शेर-ए-पंजाब के मालिक अवधेश साव ने बताया कि लॉकडाउन के कारण हाईवे पर वाहनों का परिचालन बहुत कम हो गया है। जब उन्हें पता चला कि माननीय मुख्यमंत्री, झारखंड श्री हेमंत सोरेन ने हाईवे पर प्रवासी श्रमिकों की सहायता के लिए मुख्यमंत्री दाल भात केंद्र खोलने की योजना बनाई है तब उन्होंने अपने न्यू शेर-ए-पंजाब होटल को मुख्यमंत्री दाल भात केंद्र के लिए समर्पित कर दिया।
अवधेश साव ने बताया कि यहां प्रतिदिन लगभग 350 से 400 प्रवासी श्रमिक निशुल्क भोजन प्राप्त करते हैं। शारीरिक दूरी का पालन करते हुए ताजा भोजन परोसा जाता है। भोजन परोसने से पहले साबुन से हाथों को धुलाया जाता है। दिन रात श्रमिकों का आना-जाना जारी रहता है। कभी-कभी देर रात भी श्रमिक यहां पहुंचते हैं। देर से आने पर भी उन्हें निराश नहीं किया जाता और ताजा भोजन तैयार कर परोसा जाता है।
आज दोपहर में भी धनबाद से चकाई के लिए निकले शैलेंद्र शर्मा, रंजीत शर्मा, विजय शर्मा, दुर्गेश शर्मा के लिए ताजा भोजन बनाकर उन्हें परोसा गया। इन लोगों ने झारखंड सरकार के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री दाल भात केंद्र में ताजा और पौष्टिक भोजन प्राप्त कर वे काफी संतुष्ट है। अब आगे का सफर आसानी से तय कर लेंगे।