भुख से मरने से तो बेहतर है कोरोना से मर जाना
मनीष रंजन की रिपोर्ट
कोरोनां स॔क्रमण काल से गुजर रहे झारखंड प्रदेश में भी लाॅकडाउन को अनलाॅक करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। झारखंड सरकार ने अपने गाइडलाइन में लगभग आधे से ज्यादा तरह की दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी है लेकिन कपड़े, जूते, कॉस्मेटिक, गिफ्ट, टेलर, फर्नीशिंग, फोटोग्राफी, सैलून, जनरल स्टोर एवं कई तरह की दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं दी है । उन सभी तरह के व्यवसाय से प्रभावित व्यवसायियों के तरफ से हर जगह अपनी बातों को रखने के लिए लगातार मुख्यमंत्री जी से अनुरोध किया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी के तरफ से अभी तक कोई सकारात्मक उत्तर नहीं मिला है । आज अपनी बातों को रखने के लिए बैंक मोड़ चैंबर के अध्यक्ष श्री प्रभात सुरोलिया एवं सचिव श्री प्रमोद गोयल के नेतृत्व में बैंक मोड़ स्थित राजेंद्र मार्केट में काला रिबन लगाकर मौन धारण करते हुए विरोध प्रकट किया गया । सभी व्यापारियों ने एक सूर में कहा कि ‘भूख से मरने से तो बेहतर है कोरोना से मर जाना ‘। सभी व्यवसायी सरकार के पक्षपातपूर्ण रवैये से काफी क्षुब्ध थे। सभी व्यापारियों के लिए करो या मरो की स्थिति हो गयी है ।
आज के शांतिपूर्ण प्रदर्शन में अध्यक्ष श्री प्रभात सुरोलिया, सचिव श्री प्रमोद गोयल, उपाध्यक्ष श्री लोकेश अग्रवाल, रौशन टेकवानी, मनोज गोयल, चन्दर टेकवानी, राकेश चौहान, अमित जैन, शिव दयाल देवेश, ईश्वर बंटी, सौमिक गुणवंत चौहान सहित कई लोग उपस्थित थे ।