देश भर के साधु संतों के संस्था में श्री सर्वेश्वरी समूह ने 20 टन राशन वितरित कर बनाया कीर्तिमान
कोरोना महामारी में अघोरेश्वर का प्रसाद बना गरीबों के लिए वरदान
वाराणसी से पारसनाथ यादव
कोरोना के इस महामारी में श्री सर्वेश्वरी समूह देवस्थानम ,पड़ाव आश्रम गरीब असहाय एवं अपनी आजीविका चलाने में असमर्थ लोगों की लिए महान संत अघोरेश्वर भगवान राम का दरबार जहाॅ वरदान साबित हुआ वहीं मानवता की सेवा लिये इस संस्था द्वारा लगभग दो महिने तक पड़ाव, वाराणसी स्थित प्रधान कार्यालय से लेकर देश भर में फैले शाखा कार्यालयों द्वारा बड़े पैमाने पर जरूरतमंदों के बीच प्रसाद के रूप में राशन का वितरण कर अघोरेश्वर का प्रसाद एक बड़ा कीर्तिमान स्थापित किया है। मालूम हो कि अघोर पीठ श्री सर्वेश्वरी समूह संस्थान देवस्थानम ,कुष्ठ सेवा आश्रम पड़ाव वाराणसी द्वारा कोविड.19 के संक्रमण से रक्षार्थ देश में लागु पूर्ण लाॅक डाउन के कारण अपनी आजीविका चलाने में असमर्थ, असहाय और जरूरतमंद लोगों के क्षुधा पूर्ति के लिए अघोरेश्वर के दरबार से तकरीबन 62 दिनों तक वाराणसी जनपद के विभिन्न गाॅवों के अलावा आसपास के जरूरतमंदों के बीच 20 टन से ज्यादा राशन का वितरण 50 पैकेट में गरीबों और जरूरतमंदों के बीच प्रतिदिन 3 किलो गेहूँ का आँटा, 2 किलो चावल, 1 किलो दाल तथा नमक आदि का वितरण कर प्रतिदिन लगभग दो हजार लोगों को एक समय का भोजन का इंतजाम कर देश भर के साधु-संतो की संस्थाओं में अद्वितीय रही वहीं देश भर के विभिन्न राज्यों में स्थापित शाखा कार्यालयों के अलावा छत्तीसगढ़ के पहाड़ी ईलाकों में बसने वाले गरीब आदिवासी बंधुओं के बीच राशन का वितरण कर बड़े पैमाने पर राहत पहूॅचाई गई जिससे जरूरतमंद परिवार अघोरेश्वर का प्रसाद पाकर अभिभूत हुये तो दूसरी तरफ पड़ाव चौराहे पर सेवारत सरकारी चिकित्सक और पुलिस बंधुओं के अलावा अन्य सेवाओं में दिन रात अथक रूप से लगे लोगों को आश्रम की ओर से लगातार गुड़- पानी और आयुर्वेदिक चाय भी उपलब्ध कराकर एक बड़ी राहत दी गई। संस्था के प्रचार मंत्री पारसनाथ यादव एवं पृथ्वी पाल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि लॉकडाउन के दौरान 9,156 किलोग्राम गेहूं का आटा 6,193 किलोग्राम चावल पूर्ण 2,920 किलोग्राम दाल तथा 1,778 किलोग्राम नमक शासन को प्रदान कर वाराणसी सदर के उप.जिलाधिकारी निर्देशन में लेखपाल राजेश्वर सिंह श्राजूश् एवं लेखपाल भोला शंकर द्वारा वितरित की गई। कहते हैं इस दरबार में सच्चे मन से आनेवाले श्रद्धालु कभी खाली हाथ वापस नहीं जाते हैं इसी बात को चरितार्थ करता महाप्रभु अघोरेश्वर भगवान राम द्वारा स्थापित संस्था का यह सेवा भाव पिछले 58 वर्षों से लगातार समाज से उपेक्षित कुष्टी बंधुओं की सेवा कर उन्हें नई काया देने के साथ-साथ कई विकट और असाघ्य रोगों का इलाज भी अधोरेश्वर द्वारा बताये गये जड़ी बुटियों के माध्यम से की जाती है जहाॅ लोग बड़े संख्या में लाभान्वित हो रहे हैं वहीं श्री सर्वेश्वरी समूह की देशभर में फैली विभिन्न शाखा कार्यालयों द्वारा चाहे प्रवासियों को भोजन बनाकर देना हो या जरुरतमंदों में आवश्यकतानुसार राशन का वितरण करना हो यह सेवा कार्य देश भर में फैली शाखाओं से हजारों परिवारों के भोजन की व्यवस्था नित्यप्रति की जा रही है प् विदित हो कि परमपूज्य अघोरेश्वर भगवान राम जी द्वारा मानवता के कल्याणार्थ और रक्षार्थ सन् 1961 में स्थापित श्री सर्वेश्वरी समूह अपने वर्तमान अध्यक्ष और अघोरेश्वर महाप्रभु के उत्तराधिकारी पूज्यपाद औघड़ गुरुपद संभव राम जी के निर्देशन में वर्षपर्यंत देश के विभिन्न क्षेत्रों में पीड़ित और उपेक्षित जनों तथा वन प्रदेशों के आदिवासी बंधुओं की सेवा.सुश्रूषा करता रहता है जिससे देश भर के लाखों जरुरतमंद लाभान्वित होते हैं।