रेल विभाग को कोसने पर विवश कजरा क्षेत्र वासी
डा आर लाल गुप्ता लखीसराय
कजरा बाजार की रेलवे सड़क इस कदर कहीं टुट तो कहीं धंस गई है जिससे बरसात में कहीं जलजमाव तो कहीं कीचड़ भरे रहते हैं। जिससे आए दिन टु व्हीलर वाहन वाले दूर्घटना के शिकार होते देखे गये हैं। बरसों से खराब हो गई कजरा बाजार स्थित स्टेशन रोड कजरा जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है।जिसका निर्माण तो दुर मरम्मत तक नहीं कराये गये हैं। करीब आधे दर्जन पंचायतों से जुड़े कजरा बाजार के सड़क मार्ग से होकर प्रखंड एवं जिला के लिए आवागमन लोगों को होता है। जानकारी हो कि लाकडाउन के चलते ट्रेनों का परिचालन पुरी तरह बंद है। जिससे कजरा क्षेत्र के तमाम अवाम को सड़क मार्ग से हीं होकर गुजरने होते हैं। वहीं कमोवेश शादी विवाह भी शुरू हो जाने से वाहनों का आवागमन बढ गया है। ऐसे में आए दिन जाम की समस्या भी होते रहती है। इतना ही नहीं कजरा थाना क्षेत्र नक्सल बाहुल्य क्षेत्र में शुमार है।जिधर से अक्सर पुलिस की भी कई गाड़ियां गुजरते देखी जाती है।ऐसे में सडक खराब व जाम की समस्यायों के चलते जहां पुलिस की गाड़ियों को गुजरने में वक्त जाया होता है तो एम्बुलेंस सेवा भी बाधित होती है।यह रोड एक ओर तो अतिक्रमण का शिकार है तो दूसरी ओर विभागीय उपेक्षा का भी शिकार है।
बताते चलें कि इतनी घनी आबादी वाले कजरा बाजार में कूड़ा निष्पादन का भी कोई व्यवस्था नहीं है। जिससे छोटी छोटी पहाड़ी नदियां कूड़ेदान बनाकर रह गई है। यही कारण है कि बरसाती पानी का समुचित बहाव नहीं होने के कारण दो दो बार रेलवे ट्रैक डुब गया था जिसे स्थानीय प्रशासन की मदद से पानी बहाया गया था। रेलवे द्वारा रेल पुल के पास सफ़ाई कराईं गई थी। परन्तु समूल सफाई का अभाव हीं माना जाएगा। ऐसा भी माना जा रहा है कि कजरा रेल सड़क को दुर्दशा में बाजार के दुकानदारों का भी हाथ है तो विभाग भी प्रश्न के घेरे में है जिसका भुक्त भोगी कजरा के तमाम अवाम झेलने को मजबुर है। यही कारण है कि क्षेत्र वासी रेल विभाग को कोसने को बिवश नजर आते हैं।