पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री ने विश्व के शीर्ष विश्वविद्यालयों के छात्रों से अपील की–वे भारत आयें और देश में उभरते अवसरों का लाभ लें
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने विश्व के शीर्ष विश्वविद्यालयों के छात्रों से अपील की है कि वे भारत में आयें और नवाचार के साथ देश में उभरते अवसरों का लाभ लें। श्री प्रधान कल विदेशों में रह रहे युवा भारतीय विद्वानों, छात्रों और मित्रों के साथ ऊर्जा संबंधी संवाद कर रहे थे।
भारत की ऊर्जा दृष्टि को सामने रखते हुए श्री प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भारत के ऊर्जा भविष्य के लिए स्पष्ट दृष्टि है जिसके पांच प्रमुख बिन्दु हैं- सभी को ऊर्जा की उपलब्धता, गरीब से गरीब व्यक्ति को किफायती ऊर्जा, ऊर्जा के उपयोग में दक्षता, जिम्मेदार राष्ट्र होने के नाते जलवायु परिवर्तन पर अंकुश लगाने के लिए ऊर्जा की निरंतरता और वैश्विक अनिश्चितताओं से निपटने के लिए ऊर्जा सुरक्षा। उन्होंने कहा कि सरकार ने आठ करोड़ गरीब परिवारों को नि:शुल्क रसोई गैस उपलब्ध कराने के लिए 2016 में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना शुरू की।
तेल और गैस क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के बारे में श्री प्रधान ने कहा कि सरकार ने साल 2022 तक ऊर्जा आयात की निर्भरता में दस प्रतिशत कमी करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने भारत की ऊर्जा कूटनीति की चर्चा की और कहा कि भारत ने वैश्विक ऊर्जा मानचित्र पर अपनी उपस्थिति दर्ज की है। भारत को गैस आधारित अर्थव्यवस्था की ओर ले जाने के बारे में श्री प्रधान ने कहा कि कोविड-19 की चुनौतियों के दबाव के बावजूद भारत एशिया में गैस की मांग पूरी करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।