सोनारचक सड़क पर ही धान रोप ग्रामीणों ने जताया विरोध
पथरगामा से शशी भगत की रिपोर्ट
पथरगामा प्रखंड अंर्तगत लगभग 12 सौ की आबादी वाला सोनारचक गांव के मुख्य प्रवेश पथ स्थित यादव टोला की सड़क पर सालों भर जलजमाव होने से लोगों के आवागमन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बताया गया कि ग्रामीणों द्वारा पंचायत स्तरीय जनप्रतिनिधि को कई बार नाला बनवाने की बात कही गई लेकिन जनप्रतिनिधियों द्वारा ग्रामीणों की बात को दरकिनार कर दिया गया। ग्रामीणों के मुताबिक हिंदू समाज में पवित्र माह सावन का एक विशेष महत्व होता है तथा सावन के सोमवार को व्रत होने के चलते शिवालय में पूजा करने जाने वाले व्रतियों को इसी गंदे जल से अपवित्र होकर गुजरना पड़ता है।इस गांव का पथरगामा में खासा महत्व यह है कि गाॅव के ग्रामीण पथरगामा बाजार में सब्जी का व्यापार करते हैं जिससे इस सड़क पर लगातार आवागमन जारी रहता है। मालूम हो कि साल भर पूर्व इसी सड़क के किनारे नाला बनवाने की मांग को लेकर छात्र.छात्राओं ने भारी बवाल काटा था।बार.बार नाला बनवाने की मांग करने के बावजूद मांग पूरी नहीं होने से आक्रोशित कीर्तनया देवी, भागो देवी ,पिंकी देवी ,गायत्री देवी ए,अरुणा देवी, कलयुग कुंवर ,श्याम लाल यादव ,कैलाश यादव आदि ने कीचड़ से लथपथ इस सड़क पर धान के बिचड़ा का रोपनी कर अपने विरोध का प्रदर्शन किया।इस संबंध में मुखिया सरस्वती देवी के प्रतिनिधि धीरज कुमार भगत ने कहा कि नाला नहीं बनाये जाने के बीच में सबसे बड़ा अड़चन अतिक्रमण बना हुआ है लोग अपने घरों को बढ़ाकर सड़क तक कर लिया है वहीं बहुत लोगों ने मिट्टी को भरकर अपने दरवाजे को ऊंचा कर दिया है।कहा कि कई बार हम लोगों ने सड़क को साफ करवाया है परंतु लोगों ने सड़क के जमीन को अतिक्रमण कर लिया है जिसके चलते नाला बनाने का जगह ही नहीं बच पा रहा है परिणामस्वरूप नाला नहीं बनाया जा सका है।