धनबाद ओवरब्रिज की खस्ता हाल की शिकायत केन्द्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी को
मनीष रंजन की रिपोर्ट
झारखंड राज्य की आर्थिक राजधानी एवं देश की कोयला राजधानी के रूप में मशहूर धनबाद शहर जिसकी शहरी आबादी पंद्रह लाख है तथा जिले की आबादी तीस लाख है उस शहर में एक ही फ्लाईओवर है और वह फ्लाईओवर भी पैंतालीस वर्ष पुराना है। यह फ्लाईओवर धनबाद शहर की लाइफलाईन भी है। इस फ्लाईओवर की स्थिति इतनी जर्जर हो गयी है कि कभी भी हादसा हो सकता है। धनबाद के इस लाइफलाईन की स्थिति के बारे में धनबाद के सामाजिक कार्यकर्ता एवं केन्द्रीय उपाध्यक्ष,मानव अधिकार अपराध एवं भ्रष्टाचार विरोधी संगठन श्री कुमार मधुरेन्द सिंह ने केंद्रीय मंत्री, राष्ट्रीय राजमार्ग, सड़क, परिवहन एवं जहाजरानी मंत्रालय को पत्र लिखकर ईमेल किया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि धनबाद की जीवन रेखा कहलाने वाली इस ओवरब्रिज के रखरखाव को लेकर केंद्र एवं राज्य सरकार एक दूसरे के ऊपर फेंका फेंकी कर रही है जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। ओवरब्रिज के नीचे रांची, बोकारो को जोड़ने वाली रेलवे लाइन भी है। श्री मधुरेन्द सिंह ने इस संदर्भ में पहले भी कई बार संलग्न पदाधिकारियों एवं धनबाद के राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी को पत्राचार कर एवं टेलीफोनिक वार्ता कर अवगत कराया है। धनबाद के स्थानीय अखबारों हिन्दुस्तान एवं दैनिक जागरण ने प्रमुखता से निकाला था लेकिन फिर भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
श्री मधुरेन्द सिंह ने इस पत्र की प्रति को मुख्यमंत्री, झारखंड, प्रधान सचिव मुख्यमंत्री झारखंड, उपायुक्त, धनबाद, कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग, धनबाद, श्री सुधीर कुमार, राष्ट्रीय राजमार्ग, धनबाद, केन्द्रीय अध्यक्ष, मानव अधिकार अपराध एवं भ्रष्टाचार विरोधी संगठन श्री राधे श्याम गुप्ता, केन्द्रीय अध्यक्ष, भारतीय नमो संघ श्री मनोज कुमार तोमर को ईमेल कर भेजा है।