अनचाही मुसीबत को आमंत्रित करता बिना बैरिकेडिंग का रेलवे फुट ओवर ब्रिज
बासुकीनाथ से प्रियव्रत झा की रिपोर्ट
विश्व विख्यात शिव की नगरी बासुकीनाथ का रेलवे स्टेशन यात्री सुरक्षा के मामले में काफी असंवेदनशील मालूम पड़ता है। ज्ञातव्य है कि बासुकीनाथ रेलवे स्टेशन के फूट ओवर ब्रिज में जालीदार बैरिकेटिंग की सुविधा नहीं रहने के कारण यात्रियों को जान जोखिम में डालकर एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाना पड़ता है जिससे महिला, बच्चे एवं कमजोर दिल के यात्रियों के लिए फूट ओवर ब्रिज पर चलना किसी बड़ी दुर्घटना को न्योता देने के समान है हालांकि विगत दिनों आसनसोल के डीआरएम द्वारा बासुकिनाथ रेलवे स्टेशन को तमाम तरह की आधुनिक सुख सुविधाओं से सुसज्जित करने की घोषणा के बावजूद बासुकिनाथ रेलवे स्टेशन में बुनियादी सुविधाओं का टोटा लगा हुआ है। मालूम हो कि देश विदेश के हजारों श्रद्धालु बाबा बासुकीनाथ को जलाभिषेक करने एवं अपने गंतव्य की ओर रवाना होने के लिए आते हैं लेकिन रेलवे स्टेशन के फूट ओवरब्रिज पर तार की घेराबंदी नहीं होने से यात्रियों के गश खाकर नीचे गिरने की संभावना हमेशा बनी रहती है। जानकारी के अनुसार पूर्व रेलवे के लिए लाखों की कमाई करने वाला बासुकीनाथ रेलवे स्टेशन यात्री सुविधाओं के मामले में आज भी फिसड्डी बना हुआ है। ज्ञात रहे कि नए साल के मौके पर रेल मार्ग से अलग.अलग सूबे के श्रद्धालु बाबा बासुकीनाथ के दरबार में पूजा अर्चना के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में रेलवे प्रशासन की थोड़ी सी लापरवाही अनचाहे मुसीबत का कारण बन सकता है।