अमर शहीद निर्मल महतो जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन
गोडडा कार्यालय
झारखंड आंदोलनकारी अमर शहीद निर्मल महतो की 33वीं जयंती का आयोजन आज मुख्यालय से सटे रंग मटिया स्थित संजीव महतो के कार्यालय परिसर में किया गया जहां उपस्थित लोगों ने शहीद महतो के चित्र पर धुप दीप, तेल, दुध.पानी और पूष्प अर्पण कर श्रद्धांजली अर्पित किया । इस मौके पर उपस्थित आजसू के केंद्रीय सचिव संजीव कुमार महतो ने झारखण्ड अलग राज्य के लिए बलिदान देने वाले झारखण्ड के सच्चे और वीर सपूत निर्मल महतो के जीवन वृत्त पर चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने झारखंड आंदोलन को प्रखर और परिणामदायी बनाने के लिए 22 जून 1986 को आजसू का स्थापना भी किया तथा उनके अथक प्रयास और बलिदान का ही परिणाम था कि 15 नवंबर 2000 को झारखण्ड अलग राज्य बना। उन्होंने अफसोस जाहिर कर कहा कि झारखंड राज्य का गठन के 20 वर्ष के बाद भी निर्मल दा के हत्या का राज पूरी तरह अबतक उजागर नहीं हो पाया जबकि कई राजनीतिक, समाजिक संगठन और नेता उनके हत्या के मामले में एनआई ए से जांच की अनुशंसा की मांग लगातार राज्य सरकार से कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड के नेतृत्व कर्ता और सरकार के लिए यह बेहद ही निंदनीय है। मौके पर नंद कुमार , रामराज महतो, विवेक कुमार महतो, सच्चिदानंद स्वर्णकार , पंकज ,संतोष, पुरुषोत्तम, सुमन आदि गणमान्यजन उपस्थित थे।