_विश्व जल दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय संवाद में डीडीसी ने कहा_*फ्रंटलाइन वर्कर है जल सहिया
_विश्व जल दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय संवाद में डीडीसी ने कहा_*फ्रंटलाइन वर्कर है जल सहिया, जितना चाहिए उतना ही जल इस्तेमाल करने के लिए लोगों को करे जागरुक*सभी जलसहिया फ्रंटलाइन वर्कर है। अपने क्षेत्र में लोगों को जल बचाने के लिए जागरूक करें। लोगों को बताएं कि जितना चाहिए उतना ही जल का इस्तेमाल करें। ग्राउंड वाटर रिचार्ज पर विशेष ध्यान केंद्रित करें। चापाकल के आसपास सोक पिट बनाकर अतिरिक्त जल को बहने से रोके और ग्राउंड वाटर को रिचार्ज करें।उक्त बातें उप विकास आयुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह ने आज विश्व जल दिवस के अवसर पर जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के सभागार में आयोजित जिला स्तरीय संवाद में कही।उन्होंने कहा केंद्र और राज्य सरकार जल संकट को लेकर गंभीर है। जल बचाने के लिए विभिन्न योजना चलाई जा रही है। इसलिए जल संरक्षण को लेकर और लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए जलसहिया की महत्वपूर्ण भूमिका है।उन्होंने कहा प्रभात फेरी, गोष्ठी का आयोजन कर लोगों को जल संरक्षण, पानी की गुणवत्ता इत्यादि के बारे में समझाएं। पानी की जांच करते समय लोगों को सामने रखें। गर्मी में चापाकल खराब हो तो उसकी त्वरित सूचना दें। डोभा और कुआं की जानकारी तथा मनरेगा के तहत स्वीकृत काम पर निगरानी रखे।पीएचईडी 1 के कार्यपालक अभियंता ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री के सपनों को साकार करना है और वर्ष 2024 तक भारत के हर घर को नल जल से जोड़ना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के अनुसार पानी की गुणवत्ता की जांच की जाती है। इसके लिए जिले में एनएबीएल प्रयोगशाला है। जिस ट्यूबवेल में पानी की गुणवत्ता खराब है उसे लाल रंग से चिन्हित करते हैं।सिविल सर्जन ने दूषित जल के दुष्परिणामों के बारे में बताते हुए कहा कि इसके चलते डायरिया, टाइफाइड जैसी बीमारी होती है। हमेशा पानी को उबालकर और छानकर उपयोग करना चाहिए। नियमित रूप से हाथों को धोना चाहिए। जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ने कहा कि जल संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है।जिला योजना पदाधिकारी ने कहा कि स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण में जलसहियाओं की अग्रणी भूमिका है। उन्हें एक-एक नागरिक को जल की महत्ता को समझाना है। जिस तरह ऑक्सीजन जरूरी है उसी प्रकार जल भी अत्यंत जरूरी है। कार्यक्रम में जलसहियाओं को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। साथ ही बलियापुर प्रखंड के गिरधारी लाल अग्रवाल को भी विशेष सम्मान प्रदान किया गया। श्री अग्रवाल 1 मार्च 2010 से लगातार निर्बाध रूप से तीन पंचायत में पानी सप्लाई कर रहे हैं। उनके द्वारा करीब 500 घरों में पानी की आपूर्ति की जाती है। प्रति उपभोक्ता से ₹150 प्रति माह चार्ज करते हैं। इसकी देखरेख समिति के सदस्यों द्वारा की जाती है। समिति में अध्यक्ष, सचिव एवं कोषाध्यक्ष के अलावा 20 सदस्य सेवारत हैं।कार्यक्रम में डीडीसी श्री शशि प्रकाश सिंह, डीपीओ श्री महेश भगत, सिविल सर्जन डॉ श्याम किशोर कांत, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ईशा खंडेलवाल, पीएचईडी 1 एवं 2 के कार्यपालक अभियंता क्रमशः श्री मनिष कुमार व श्री भीखराम भगत तथा अन्य लोग मौजूद थे