पारा शिक्षकों ने मांग को लेकर विधायक प्रदीप यादव का किया घेराव
गोडडा कार्यालय पारा शिक्षक संघ पोड़ैयाहाट द्वारा आज स्थायीकरण एवं वेतनमान संबंधी मुद्दों को लेकर स्थानीय विधायक प्रदीप यादव के...
गोडडा कार्यालय पारा शिक्षक संघ पोड़ैयाहाट द्वारा आज स्थायीकरण एवं वेतनमान संबंधी मुद्दों को लेकर स्थानीय विधायक प्रदीप यादव के...
मनीष रंजन की रिपोर्ट धनबाद में पिछले सात सालों से धनबाद के समाजसेवी श्री प्रदीप सिंह जी के द्वारा गरीब...
रेलवे के आधुनिकीकारण के लिए पिछले कुछ वर्षों में अभूतपूर्व कार्य किए गए: प्रधानमंत्रीPosted Date:- Jan 17, 2021 प्रधानमंत्री श्री...
https://www.youtube.com/embed/icb1GAkjoKE प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी कहा है कि देश के जिन क्षेत्रों से सम्पर्क स्थापित नहीं हो सका है और जो...
https://www.youtube.com/embed/ThaKUWY03xs प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी ने जोर देकर कहा है कि गुजरात में केवडिया अब किसी सदूरवर्ती इलाके में केवल एक...
Posted Date:- Jan 17, 2021 नमस्कार। एक भारत-श्रेष्ठ भारत की बहुत सुंदर तस्वीर आज यहां दिख रही है। आज इस...
गुजरात में रेलवे क्षेत्र से जुड़ी कई अन्य परियोजनाओं का भी उद्घाटन कियाएमजीआर को उनकी जयंती पर श्रद्धा सुमन अर्पित...
वेबिनार बेहद आकर्षक तरीके से बौद्ध सर्किट टूरिस्ट ट्रेन के ज़रिये भारत के प्रमुख बौद्ध स्थलों की व्यापक यात्रा का...
यह जानकारी छोटे पैमाने पर ऊर्जा सक्षम जैव-उपकरणों के निर्माण तथा अंगों में फैलने वाले संक्रमण, एंटीबायोटिक प्रतिरोध इत्यादि की...
हमें जल्दी ही गेहूं की ऐसी किस मिल जाएगी जिस की पैदावार गर्म मौसम से प्रभावित नहीं होगी। दुनिया की एक तिहाई आबादी की भोजन की जरूरतों को पूरा करने वाले अनाज, गेहूं की पैदावार और गुणवत्ता गर्म मौसम के कारण बुरी तरह से प्रभावित होती है। इस चुनौती से निपटने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के एक वैज्ञानिक डॉ. विजय गहलोत गेहूं की ऐसी किस्म विकसित करने में जुटे हैं जो गर्म मौसम में भी अच्छी पैदावार दे सके। इसके लिए वह अनुवांशिक रूप से संवर्धित गेहूं की ऐसी किस्म की संभावनाएं तलाश रहे हैं जो गर्म मौसम को सह सके लेकिन उसके डीएनए क्रम में कोई मूल बदलाव ना हो। पालमपुर स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन बायो रिसोर्सेज टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिक डॉ. विजय गर्मी सह सकने वाली गेहूं की किस्म में दाने आने के विभिन्न चरणों के दौरान डीएनए मिथाइलेशन की भूमिका का अध्ययन करेंगे। मिथाईलेशन प्रक्रिया एक जैविक प्रक्रिया है जिसमें मिथाइल समूहों को डीएनए के अणुओं के साथ जोड़ा जाता है। उन्होंने इसके लिए एपीजेनामिक मैपिंग प्रकिया अपनाने का प्रस्ताव किया है। यह प्राकृतिक रूप से होने वाले एपीजेनेटिक बदलाव को पहचानने में मदद करेगी। एपीजेनामिक जनरल में हाल में प्रकाशित उनके एक अध्ययन में यह बताया गया है कि किस तरह से गर्म मौसम में गेहूं के सी5 एमटेस जीन में बदलाव देखने को मिलता है। मिथाइलेशन प्रक्रिया के जरिए गेहूं के एक समान जीनों को परिवर्तित रूप में इस्तेमाल करने के उनके अध्ययन से गेहूं की ऐसी किस्म विकसित करने में मदद मिलेगी जो गर्म जलवायु में भी अच्छी पैदावार दे सकेगी। अधिक जानकारी के लिए डॉ . विजय गहलोत से उनके ई मेल पते ([email protected]) पर संपर्क करें।
पिछले 23 दिनों से दैनिक मृत्यु के मामले 300 से नीचेभारत में पिछले 10 दिनों से नए दैनिक मामलों की...
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान के जालौर में बस दुर्घटना में हुई जनहानि पर शोक व्यक्त किया है। एक...
Posted Date:- Jan 17, 2021 प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत रत्न एमजीआर को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की...
भारत में सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूकता जगाने और सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के उद्देश्य से कल राष्ट्रीय...
केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (डोनर) राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने...
Posted Date:- Jan 17, 2021 माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने केवड़िया के लिए विभिन्न स्थानों से 8 नई ट्रेनों...
प्रदीप यादव के जन्मदिन पर कार्यकर्ताओं ने बांटा कंबल गोड्डा कार्यालय पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव ने आज अपने जन्मदिन पर...
गोड्डा कार्यालय जिले के दो केंद्रों पर आज प्रधानमंत्री द्वारा कोविड टीकाकरण के शुरुआत किये जाने के बाद आज गोड्डा...
मनीष रंजन की रिपोर्ट देश के प्रधानमंत्री जहां देश को विश्व के मानचित्र पर एक विकसित देश बनाना चाहते हैं,...
83 वर्षीय अमोऊ (World`s Dirtiest Man) कहता है कि उसने 65 साल से अपने शरीर पर पानी की एक बूंद...