SBI के जोनल ऑफिस के स्थानांतरण के विरोध में वित्त मंत्री को पुनः लिखा गया पत्र
मनीष रंजन की रिपोर्ट
वैश्विक महामारी कोविड 19 के चलते पूरे देश में लाॅकडाउन की वजह से धनबाद शहर में भी लाॅकडाउन का पालन किया जा रहा है । ऐसे समय में वित्त मंत्रालय, भारत सरकार ने भारतीय स्टेट बैंक का जोनल ऑफिस को धनबाद से हटा कर देवघर कार्यालय में समावेश करने का आदेश दिया है । धनबाद जैसे औधोगिक शहर के लिए यह एक बहुत बड़ी चोट है । इसके विरोध में फेडरेशन ऑफ धनबाद जिला चैंबर आॅफ काॅमर्स एंड इंडस्ट्री ज के अध्यक्ष श्री चेतन गोयनका जी ने दिनांक 16-05-2020 को माननीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सिथारमण सहित भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन, भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर, तथा उप-महाप्रबंधक, पटना कार्यालय को पत्र लिखकर स्थानांतरण का विरोध किया था। उस पत्र का अबतक कोई जवाब नहीं आया है । इसी संदर्भ में आज फिर से माननीय वित्त मंत्री जी को पुनः पत्र लिखकर पुनः विचार करने का आग्रह किया गया है। उन्होंने फिर से अपनी बातों को दुहराते हुए कहा है कि धनबाद, भारत की कोयला राजधानी है। यहाँ से कोयला इत्यादि भारत के विभिन्न क्षेत्रों में जाता है । यहाँ बीसीसीएल का प्रधान कार्यालय है तथा अनेकों राष्ट्रीय स्तर के कार्यालय स्थित हैं और इस शहर के इसी महत्व और वित्तीय लेन देन के आलोक में धनबाद में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का ज़ोनल कार्यालय खोला गया था। उन्होंने कहा है कि धनबाद को झारखण्ड की वित्तीय राजधानी कहा जाता है। व्यवसाय का इतना प्रमुख केंद रहते हुए भी पता नहीं किस कारण से यहाँ से स्टेट बैंक के जोनल कार्यालय को बंद किया जा रहा है और इसे देवघर के जोनल कार्यालय में समावेश किया जा रहा है जो यहाँ से लगभग 180 किलो मीटर दूर है। यहाँ से ज़ोनल आफिस को बंद करना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने उनसे धनबाद के व्यापारियों के अधिकार के लिए मार्मीक अपील की है कि स्टेट बैंक के जोनल ऑफिस को धनबाद में ही रहने दिया जाय जिससे न सिर्फ धनबाद ब्लकि आसपास के जिलों यथा गिरिडीह, बोकारो, हजारीबाग, जामताडा, कोडरमा जैसे औधोगिक जिलों के व्यवसायियों एवं उद्योगों को आर्थिक लेन-देन से वंचित ना होना पड़े ।