विश्व थैलेसीमिया दिवस पर पीड़ित परिवार ने लोगों को जागरूक किया,सरकार से सुविधा के लिए गुहार लगाई
चंदन पाल की रिपोर्ट
धनबाद : थैलेसीमिया एक जैनेटिक बिमारी होने के साथ साथ खतरनाक भी है। इस बिमारी के मरीज के शरीर में खून का बनना बंद हो जाता है और समय पर खुन नहीं मिलने पर मरीज की मौत भी हो सकती है। धनबाद की बात करें तो थैलेसीमिया के 250 से अधिक मरीज हैं पर धनबाद में न तो इसके जांच की सुविधा है और न ही दवाइयां उपलब्ध है। यह बात थैलेसिमिया से पीड़ित बच्चे के परिजन ने बताया की सक्षम लोग तो दुसरे राज्यों में जा कर इलाज करवा लेते हैं पर गरीब तबके को काफी दिक्कत होती है। बचाव और जागरुकता को लेकर धनबाद के अलग अलग जगहों पर एक परिजन अपने पीड़ित बच्चों के साथ रणधीर वर्मा चौक पर जागरुकता करते दिखे। जिन्होंने थैलेसीमिया से बचाव को लेकर शादी से पुर्व पति-पत्नी की जांच और गर्भ में पल रहे बच्चे की जांच करवाने का आह्वान किया साथ ही सरकार से धनबाद में बिमारी की जांच और दवाईयों की व्यवस्था करवाने की अपील की ।